अद्भुत उपाय – घटता,बढ़ता रक्तचाप, दस्त, उल्टी, प्रोस्टेट/Prostate, खुजली, जलन,


स्टोरी हाइलाइट्स

अद्भुत उपाय – घटता,बढ़ता रक्तचाप  कुछ व्यक्तियों में रक्तचाप के विभिन्न इलाजों के दौरान कभी कभी रक्तचाप अचानक सुबह या शाम को घट या बढ़ जाता है।ऐसी स्थिति में डॉ लगभग निरुपाय हो जाता है। ऐसे रोगी को होम्योपैथिक 400 no दवा बायोकेमिक no 28 में डाल कर लगातार देना चाहिए। रात की बासी गेंहूँ की रोटी के छोटे छोटे टुकड़े सुबह दूध में आधा घण्टे भिगो कर नाश्ते के रूप में देते रहें,कुछ दिनों में रक्तचाप स्थिर हो जाएगा। रात को सोने से पहले एक बड़ा चम्मच साबुत धनिया मोटा मोटा कूट कर एक कप पानी में डाल कर रख दें।सुबह मसल कर, छान कर खाली पेट पिलाएं। लाभ होने पर 15 दिन गाय को रोज एक रोटी खिलाएं। कालरा। अजमेर अद्भुत उपाय, आयुर्वेदरक्तचाप अद्भुत उपाय – दस्त प्रबल पानी की भाँति, नदी के वेग के समान दस्त। उपाय 30 ग्राम या आवश्यकतानुसार सूखे आंवले को पानी में खूब बारीक पीस लें और लुगदी बना लें। रोगी को चित्त लेटा दें। रोगी की नाभि के चारों ओर उस लुगदी का कुंआ सा गोलाकार घेरा बना दें। नाभि बीच में खाली रहे। इस घेरे में तुरंत अदरक का रस भर दें और रोगी को 15-20 मिनट चित्त लेटा रहने दें। इस क्रिया से बिना औषिधि खाए भयंकर से भयंकर अत्यंत प्रबल पानी की भाँति और न रुकने वाले नदी के वेग के समान तथा समुद्र के समान हिलोरे मारते दस्त भी रुक जाते हैं। अगर आंवले न हो तो आटे की लुगदी बना कर उसमे अदरक का रस भरें। लाभ होने पर किसी भी अनजान की किसी भी प्रकार से सहायता कर दें। कालरा अजमेर   अद्भुत उपाय – उल्टी कई लोगों को बस,कार,प्लेन में यात्रा में उल्टी आती हैं और वह यात्रा करने से ही घबराते हैं,पर मजबूरी में यात्रा करनी ही पड़ती हैं।वैसे तो इस समस्या के कई उपाय हैं,पर एक उपाय बहुत आसान और प्रभावी है। उपाय यात्रा पर जब निकलें तो उसी दिन के किसी भी अखबार (अंग्रेजी का हो तो अच्छा)के 2 अंदर के पूरे पन्ने साथ रख लें। बस,कार, प्लेन में बैठते ही या चलना शुरू करते ही अखबार के पन्नों को मसल कर गेंद जैसी बना लें और उसे 2-3 बार अच्छी तरह सूंघ लें,फिर अखबार के पन्नों को खोल कर,सीधा करके,अपनी सीट पर बिछा कर उस पर बैठ जाएं। उल्टी नहीं आएंगी।   अद्भुत उपाय – प्रोस्टेट/Prostate/गदूद/पौरुष ग्रन्थि  उपाय छोटी हरड़ (बाल हरड़) 80 gm, नीला थोथा 5 gm, बहुत बारीक पीसें, 7 बार नीबू के रस की भावना दें,आधा आधा gm दिन में 3 बार शहद से चाटें। 3″ तक का प्रोस्टेट भी 45 दिन में नार्मल स्थिति में आ जायेगा।ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। भावना देना पौडर को खुली प्लेट में फैला कर नीबू रस इतना डालें कि पौडर डूब जाए।रस रखे रखे परी तरह से सूख जाने पर फिर डूबने लायक नीबू का डालें,सूखने दें।इस तरह 7 बार करें। लाभ हो जाने के बाद किसी गौशाला में गायों को चारा डलवा दें। जय आयुर्वेद अद्भुत उपाय, आयुर्वेदगदूद, पौरुष ग्रन्थि, Prostate अद्भुत उपाय – योनि में जलन/खुजली/infection/रति रोग उपाय डली वाला गेरू गुलाबी फिटकरी दोनों समान मात्रा में पीसकर सुबह शाम आधा आधा चम्मच पानी से खाने के एक घण्टे बाद लें। हरी पत्तियों वाली खुली चाय कम उबाल कर बनाएं,कम चीनी,10-12 बूंदें नीबू रस की डालें और दिन में 3-4 कप पियें। सोते समय हल्दी वाला दूध पियें। दिन में एक गेंदे के फूल की पंखुड़ियां कभी भी खाएँ। कम से कम 7 दिन लें पर 15 दिन से ज्यादा नही। लाभ हो जाने पर किसी जरूरतमंद की मदद करें। अद्भुत उपाय, आयुर्वेदखुजली, जलन, योनि, रति रोग अद्भुत उपाय – चर्म रोग आप शायद विश्वास न करें कि जिस ” बैंगन ” को बे गुन यानि की जिसमें कोई गुण नहीं माना जाता और यह भी कहा जाता है कि इसको खाने से रक्त दूषित होता है।इसी से रक्त शोधन भी होता है। हर प्रकार के दाद खाज खुजली चर्मरोग इससे ठीक हो जाते हैं। उपाय जैसी भी आपको बैंगन की सब्जी पसन्द हो उस प्रकार की सब्जी बनाने की तैयारी कीजिये। रस वाली भुर्ता मसाले वाले भरवां सब्जी बनाना शुरू करके जब आधी बन जाये तब उसमें प्रति व्यक्ति के हिसाब से नीम के 15 छोटे वाले पत्ते(जिसे कोंपल भी कहते हैं ) छोटे छोटे टुकड़े कर के बन रही सब्जी में डाल कर सब्जी पूरी पकने दें। इस सब्जी को किसी भी मौसम में खा सकते हैं क्योंकि इसकी तासीर न ठण्डी रह जाती है न गर्म।कारण बैंगन गर्म तासीर का और नीम ठण्डी तासीर का होता है।दोनों एक दूसरे की तासीर को खत्म कर देते हैं।हफ्ते में 3 नहीँ तो कम से कम 2 बार खानी ही चाहिए।असर दो हफ्ते यानि कि 15 दिन बाद शुरू होता है। रोगानुसार ठीक होने तक खाएं। अनेकों रोगी हमेशा के लिए ठीक हो गए।यहां तक कि जिनके पूरे चेहरों पर वर्षों से दाद थे। जिसके कारण वह समाज से ही कट गए थे।पैसों से बर्बाद हो गए थे।बच्चों की शादियां तक नहीं हो रहीं थीं। किसी भी प्रकार की नशीली वस्तु जैसे शराब गुटखा तम्बाकू खाने वाले ठीक नहीं होंगे। पहले नशा छोड़ें। ठीक हो जाने पर किसी अनाथालय में श्रद्धानुसार चंदा दे आएं। जय आयुर्वेद  अद्भुत उपाय, आयुर्वेदखाज, खुजली, चर्म रोग, दाद, नीम, बैंगन अद्भुत उपाय – भृम/वहम  औषध विज्ञान में पुराना प्रचलित मुहावरा है कि “”वहम का इलाज तो दुनिया के मशहूर हकीम लुकमान के पास भी नहीं था””। पर आयुर्वेद में पीपल के पत्तों से इलाज सम्भव है। उपाय पीपल के लाल कोमल पत्ते छाया में सुखाकर रख लें।उन पत्तों को चाय की पत्ती की जगह डाल कर रोगी को सुबह शाम चाय बनाकर लंबे समय तक पिलाएं।दिल की कमजोरी भी दूर होगी। अद्भुत उपाय, आयुर्वेदपीपल, भृम, वहम अद्भुत उपाय – रक्त प्रदर मासिक की अधिकता माताओं, बहनों को यदि मासिक में रक्त ज्यादा निकलता हो अथवा ज्यादा दिनों तक निकलता हो,जिसके फल स्वरूप कमजोरी,खून की कमी,Hb कम हो जाना जैसी समस्याएं हों तो निम्न उपाय करें। उपाय 6 gm राल शुद्ध वाली(पेंट वाली नहीं,दवा वाली) पंसारी से लेकर बहुत बारीक़ पीस कर 100 gm दही में जो खट्टा न हो।घर का जमा हो तो बढ़िया । उसमें राल मिला कर एक ही बार खिला दें। 4 दिन में ठीक हो जाएँगी। दोबारा जरूरत नही पड़ेगी।फिर भी जरूरत पड़े तो एक माह बाद दें। राल दवा के लिए चाहिए कह कर ही लें। हरे धनिये का(छोटी पत्ती का)प्रयोग भोजन के साथ चटनी की तरह बिना कुछ मिलाये ज्यादा करें। अद्भुत उपाय, आयुर्वेदमासिक, रक्त प्रदर अद्भुत उपाय – बुखार  कभी कभी घर में ऐसी स्थिति आती है कि किसी को बुखार आ जाता है और न तो कोई दवा घर में हो और न ही हम रोगी को अकेला छोड़ सकते हों, इस स्थिति में दवा का काम करेगा पानी। उपाय एक लीटर साफ पानी को स्टील के पतीले में इतना उबालें कि पानी 250 ml रह जाये।वातावरण के तापमान तक अथवा हल्का गुनगुना रहने तक ठंडा होने दें। इस पानी को हर 15 मिनट पर 2-2 चम्मच रोगी को देना शुरू करें,एक घण्टे में बुखार कंट्रोल में हो जाएगा। गीले कपड़े से माथे,पैरों व शरीर को गीला भी करते रहें। अद्भुत उपाय, आयुर्वेदबुखार अद्भुत उपाय – केन्सर  दूसरी स्टेज के केसर तो ठीक होते ही हैं, तीसरी स्टेज वाले को भी अवश्य दें। उपाय पके पीले,बड़े एक नीबू का रस रोगी को चुसायें और रोज एक -एक नीबू बढ़ाते जाएं, जब रोगी को घबराहट होने लगे तो एक नीबू कम चुसायें और रोज वही गिनती के नीबू देते रहें,आवश्यक लगने पर और भी कम कर सकते हैं। पहले दर्द कम होंगे,फिर सूजन कम होगी। चाहे जितने लंबे समय तक दे सकते हैं। रोगी के पूर्ण रूप से ठीक हो जाने पर भी 6 माह तक एक नीबू रोज देते रहें और श्रद्धानुसार गौशाला में हरा चारा डलवाएं। अद्भुत उपाय – घटता,बढ़ता रक्तचाप कुछ व्यक्तियों में रक्तचाप के विभिन्न इलाजों के दौरान कभी कभी रक्तचाप अचानक सुबह या शाम को घट या बढ़ जाता है।ऐसी स्थिति में डॉ लगभग निरुपाय हो जाता है। ऐसे रोगी को  होम्योपैथिक 400 no दवा बायोकेमिक no 28 में डाल कर लगातार देना चाहिए।  रात की बासी गेंहूँ की रोटी के छोटे छोटे टुकड़े सुबह दूध में आधा घण्टे भिगो कर नाश्ते के रूप में देते रहें,कुछ दिनों में रक्तचाप स्थिर हो जाएगा  रात को सोने से पहले एक बड़ा चम्मच साबुत धनिया मोटा मोटा कूट कर एक कप पानी में डाल कर रख दें।सुबह मसल कर, छान कर खाली पेट पिलाएं। लाभ होने पर 15 दिन गाय को रोज एक रोटी खिलाएं। कालरा। अजमेर अद्भुत उपाय, आयुर्वेदरक्तचाप अद्भुत उपाय – दस्त  प्रबल पानी की भाँति, नदी के वेग के समान दस्त। उपाय 30 ग्राम या आवश्यकतानुसार सूखे आंवले को पानी में खूब बारीक पीस लें और लुगदी बना लें। रोगी को चित्त लेटा दें। रोगी की नाभि के चारों ओर उस लुगदी का कुंआ सा गोलाकार घेरा बना दें। नाभि बीच में खाली रहे। इस घेरे में तुरंत अदरक का रस भर दें और रोगी को 15-20 मिनट चित्त लेटा रहने दें। इस क्रिया से बिना औषिधि खाए भयंकर से भयंकर अत्यंत प्रबल पानी की भाँति और न रुकने वाले नदी के वेग के समान तथा समुद्र के समान हिलोरे मारते दस्त भी रुक जाते हैं।