भोपाल: खंडवा और बुरहानपुर के प्रभारी डीएफओ राकेश डामोर ने कलेक्टर और एसपी के सहयोग से गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग 10 हजार एकड़ वन भूमि को अतिक्रमण माफिया से मुक्त कराया। अतिक्रमणकारियों द्वारा उगाई गई फसलों की भी नष्ट कर दिया गया।
कलेक्टर-एसपी और डीएफओ की अगुवाई में 40 जेसीबी और 500 जवानों के साथ वन भूमि अतिक्रमण स्थल पर पहुंचे। जेसीबी से फसल उजाड़ने के बाद अब इस जमीन पर ब्लास्ट कर खंती खोदने की कार्रवाई की जा रही है। ताकि फिर से इस पर कब्जा न किया जा सके। इसके पहले पड़ोसी जिले बुरहानपुर में 17 दिन चली बड़ी कार्रवाई के बाद यह अंचल में ही दूसरी बड़ा एक्शन है। यहां गुडी रेंज के नाहरमाल, हीरापुर गांव से अवैध कब्जे हटाए गए। इस कार्रवाई का प्लान वन विभाग ने बनाया है।
वन विभाग की इस 10 हजार एकड़ जमीन को माफिया ने जंगल काटकर खेत समतल खेत बना लिये हैं। वहां बाहरी लोग आकर बीते 4 साल से फसल उगा रहे हैं। प्रशासन लंबे समय से यहां से कब्जा हटाने में लगा था। मगर पिछली बार अतिक्रमण हटाने आए अमले पर लोगों ने हमला कर दो वनकर्मियों को घायल कर दिया था।
डीएफओ से कहा कि आधी मशीनें नए और आधी पुराने क्षेत्र टाकलखेड़ी तरफ अटैक करें। यहां फसलें भी हटा दी जाएं। अतिक्रमण प्रभावित जमीन पर मशीनों से खंती खोदकर गड्ढे किए जा रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि गड्ढे खोदने से जमीन टूट जाएगी। इससे माफिया भी जंगल छोड़ देगा।
अब ब्लास्टिंग करने पर विचार..
माफिया के खिलाफ की गई इस कार्रवाई के बाद फसलें नष्ट कर जमीन खाली करा ली गई है, लेकिन भविष्य में कब्जा रोकने के लिए प्रशासन अब यहां ब्लास्टिंग करने पर विचार कर रहा है। एसडीएम बजरंग बहादुर के इस सुझाव पर कलेक्टर भी सहमत हो गए।
एसडीएम का मानना है कि खंती खोदने से कुछ नहीं होगा, बारिश में फिर पूरी जमीन समतल हो जाएगी। इसके स्थान पर 50-50 मीटर पर जिलेटिन लगाकर ब्लास्टिंग कर दी जाए तो बड़े- बड़े गड्ढे होने से भू माफिया इसे समतल नहीं करा सकेगा। कलेक्टर ने शासन को प्रस्ताव भेजकर अनुमति लेने की बात कही है।