वृहद जलाशल: राज्य में कई बड़े बांध पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र हैं। इनमें कुछ प्रमुख इस प्रकार है:
गांधी सागर बांध:
चंबल नदी पर निर्मित गांधी सागर बांध मंदसौर जिले में स्थित है। यह स्थान काफी मनोरम है। 513 मीटर लंबाई और 62.20 मीटर ऊंचाई वाले इस बांध की कुल जल संग्रहण क्षमता 6,920) मीट्रिक मीटर है। बोध का निर्माण 1954 में प्रारंभ होकर 1960 में पूर्ण हुआ।
बांध के जल का उपयोग 1970 से प्रारंभ हुआ। इस बांध का निर्माण पत्थरों की चिनाई पद्धति से किया गया बांध के निर्माण में लाल सीमेंट में ईंट का 25 प्रतिशत बुरादा मिलाकर चिनाई की गई है।
इंदिरा सागर बांध:
इंदिरा सागर बांध पर्यटकों के आकर्षण का बड़ा केंद्र है। खंडवा जिले के नर्मदा नगर में स्थित इंदिरा सागर बांध प्रदेश की जीवन रेखा कही जाने वाली नर्मदा नदी पर बना है। 653 मीटर लंबे और 92 मीटर ऊंचे बांध के पानी से 1000 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है।
बाणसागर बांध:
यह स्थान पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है। सोन नदी पर बने इस बांध का निर्माण का कार्य 14 मई 1978 में प्रारंभ हुआ जो कि 25 सितंबर 2006 में बन कर तैयार हुआ। बाणसागर बांध के निर्माण में मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और बिहार प्रदेश ने 2:1:1 के अनुपात में लागत राशि लगाई है।
समझौते के अनुसार इसी अनुपात में तीनों राज्यों को बांध का पानी और बिजली प्राप्त होती है। बाण सागर बांध के निर्माण में प्रदेश के सतना, शहडोल, कटनी, उमरिया जिलों के 54,686 परिवार विस्थापित हुए और 336 गांव डूब क्षेत्र में आए हैं।
तवा बांध:
तवा बांध मध्य प्रदेश का एक प्रमुख बांध है। इस बांध का निर्माण होशंगाबाद जिले में तवा और देनवा नदियों पर रानीपुर गांव के समीप किया गया है। यहां साल भर पर्यटक आते हैं। तवा बांध का निर्माण 1968 में प्रारंभ होकर 1978 में पूरा हुआ। इस बांध का निर्माण पत्थरों की जुड़ाई से किया गया। बांध के दोनों किनारों पर मिट्टी के बंधान बनाए गए है।
सिंचाई के उपयोग के लिए बनाए गए इस बांध से होशंगाबाद और हरदा जिले की हजारों कृषि भूमि में सिंचाई होती है। बांध से जल विद्युत का भी उत्पादन किया जाता है। सिंचाई विभाग द्वारा संचालित तवा बांध पर्यटन के दृष्टिकोण से भी लोकप्रिय है। सतपुड़ा, राष्ट्रीय पार्क और बोरी अभ्यारण के बगल में स्थित तवा बांध में पर्यटकों को आकर्षित करने राज्य पर्यटन विकास निगम ने क्रूज, रिसॉर्ट्स जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
बरगी बांध:
जबलपुर जिले में स्थित बरगी बांध का निर्माण नर्मदा नदी पर हुआ है। यह स्थान जबलपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र है। यहां पर पर्यटकों के लिए क्रूज सेवाएं उपलब्ध कराई गई है।
ओंकारेश्वर बांध:
ओंकारेश्वर परियोजना के तहत ग्राम मांधाता (पूर्व निमाड़ जिला खंडवा) के पास बना ओंकारेश्वर बांध मालवा और निमाड़ क्षेत्र का एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है।