कान्हा-इंद्रावती टाइगर कॉरीडोर में एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत 15 अण्डर पास वाली बारह किमी सडक़ बनेगी


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स्टोरी हाइलाइट्स

राज्य वन्यप्राणी बोर्ड की अनुशंसा मिल गई है तथा अब इसे अंतिम स्वीकृति के लिये राष्ट्रीय वन्यप्राणी बोर्ड के पास भेजा जायेगा..!!

भोपाल: राज्य सरकार बालाघाट जिले के अंतर्गत कान्हा-नागझीरा-टडोबा- इंद्रावती टाइगर कॉरीडोर में एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत कान्हा बफर वनमंडल में 15 अण्डर पास वाली 12 किलोमीटर सडक़ बनायेगा। इसके लिये राज्य वन्यप्राणी बोर्ड की अनुशंसा मिल गई है तथा अब इसे अंतिम स्वीकृति के लिये राष्ट्रीय वन्यप्राणी बोर्ड के पास भेजा जायेगा। 

यह मार्ग दो हिस्सों में बनेगा। पहला मार्ग ग्राम मालूमझोला से हतबन व्हाया बंधखेर में 2.6 किमी का होगा जिसमें 2.184 वन भूमि आयेगी। वन्यप्राणियों को सडक़ क्रास करने के बजाये उसके नीचे बनाये 2 से 12 मीटर लम्बे एवं 1 से 4 मीटर ऊंचे अण्डर पास से आवागमन की सुविधा दी जायेगी। मार्ग बनने से 2 गांवों के 1191 निवासियों को लाभ भी मिलेगा तथा पुलिस एवं वन कर्मी गश्त भी कर सकेंगे। 

इसी प्रकार, ग्राम बंधनखेरो, देहगांव, सरईपतेरा, अकलपुर होते हुये जैरासी तक 9.40 किमी मार्ग बनेगा जिसमें 4.858 हैक्टेयर वन भूमि एवं 1.46 हैक्टेयर राजस्व भूमि आयेगी। वन्यप्राणियों के आवागमन हेतु सडक़ पर 2 से 15 मीटर लम्बाई एवं 1 से 4 मीटर ऊंचाई वाले 11 अण्डर पास बनाये जायेंगे। मार्ग बनने से 5 गांवों के 3422 निवासियों को लाभ मिलेगा एवं गश्त भी की जा सकेगी। यह मार्ग मप्र ग्रामीण सडक़ वकास प्राधिकरण द्वारा बनाई जायेगी। 

उल्लेखनीय है कि उक्त मार्ग क्षेत्र वनाच्छादित है तथा यहां बाघ, तेंदुआ, भालू, जंगली सूअर, बायसन, सियार, चीतल, लकड़बग्गा, चिंकारा, सांभर, नीलगाय सहित अन्य वन्यजीवों का विचरण है जिनके आवागमन के लिये कुल 15 अण्डर पास बनाये जायेंगे।