भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह क्षेत्र उज्जैन में मुकुंदपुर टाइगर सफारी की तर्ज पर चिड़िया घर बनाने के संबंध में ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है। इस पर गुरुवार की शाम 5:00 बजे टाइगर फाउंडेशन की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
प्राइमरी रिपोर्ट के अनुसार उज्जैन के नवलखी वन क्षेत्र के 213 हेक्टेयर में बनाने की तैयारी चल रही है। चिड़ियाघर में देश विदेश के बने प्राणियों के साथ-साथ जलीय-जीवों की बसाहट होगी। उज्जैन में बनने वाली चिड़ियाघर में मुकुंदपुर टाइगर जू की तर्ज पर सफारी करने का प्रावधान होगा।
किंग कोबरा का नहीं मिल रहा है हैंडलर
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने वन विहार में किंग कोबरा लाने के निर्देश फारेस्ट को दिए हैं। किंग कोबरा मार्च तक वन विहार में लाने का प्रपोजल है, किन्तु वन विहार को प्रशिक्षित फुल टाइम हैंडलर नहीं मिल पा रहें है। वन विहार नेशनल पार्क में दो किंग कोबरा लाने की तैयारी चल रही है, लेकिन उनकी देखभाल के लिए अब तक स्नेक हैंडलर की नियुक्ति नहीं हो सकी।
इसकी वजह कम वेतन है। वन विहार में बाहरी स्नेक हैंडलर को कलेक्टर गाइडलाइन के तहत अधिकतम 12 हजार रुपए का ही बतौर वेतन भुगतान किया जा सकता है। लेकिन, स्नेक हैंडलर इतने कम में काम करने को तैयार नहीं हैं। इस लिए दिक्कत हो रही है।
वन विहार में फिलहाल दो हैंडलर हैं, जो 60 से अधिक सांपों की देखभाल कर रहे हैं, लेकिन इनकी उम्र 60 साल के करीब है। प्रबंधन युवा स्नेक हैंडलर लाने की कोशिश कर रहा है। अब छत्तीसगढ़ से दो स्नेक हैंडलर लाने की योजना है।