पंजाब की खडूर साहिब सीट से लोकसभा सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह इस समय असम की जेल में बंद हैं। लेकिन अब वह 2027 के पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बन सकते हैं। पंजाब पुलिस ने 2023 में अमृतसर के बाहरी इलाके में एक पुलिस स्टेशन पर हमला करने के आरोप में अमृतपाल को गिरफ्तार किया और असम के डिब्रूगढ़ की एक स्थानीय अदालत से 'ट्रांजिट रिमांड' हासिल की।
एक रिपोर्ट के अनुसार, अकाली दल (वारिस पंजाब दे) ने रविवार को अमृतपाल सिंह को अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। इस बीच, फरीदकोट के सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से अगले डेढ़ साल तक अमृतपाल सिंह के लिए प्रचार करने की अपील की है।
पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी पप्पलप्रीत सिंह को शुक्रवार को अजनाला कोर्ट में पेश किया। इसके बाद उसे चार दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। 9 अप्रैल को पंजाब पुलिस पप्पलप्रीत सिंह को लेने असम के डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल पहुंची। इधर, पप्पलप्रीत पिछले डेढ़ साल से एनएसए के तहत जेल में है। पप्पलप्रीत को अप्रैल 2023 में गिरफ्तार किया गया था। उसे अमृतपाल सिंह का सलाहकार भी माना जाता है।
आपको बता दें कि पंजाब के मालवा क्षेत्र में करीब 70 विधानसभा सीटें हैं। पंजाब विधानसभा चुनाव की दृष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। अमृतपाल सिंह को एक सीट से चुनाव लड़वाया किया जा सकता है ताकि पूरे क्षेत्र पर प्रभाव पड़े। अमृतपाल सिंह 2024 में निर्दलीय सांसद चुने गए। जेल में रहते हुए ही अमृतपाल ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और उनके कार्यकर्ताओं ने उनके लिए जोरदार प्रचार किया।
2024 के लोकसभा चुनाव में पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से अमृतपाल सिंह को 38 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे। निर्दलीय अमृतपाल सिंह को 4,04,430 वोट मिले जबकि कांग्रेस के कुलबीर सिंह 2,07,310 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वहीं, इस लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी तीसरे स्थान पर रही थी, जिसके उम्मीदवार लालजीत सिंह भुल्लर को 1,94,836 वोट मिले थे।