प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त का ऐलान: 9.4 करोड़ किसानों के खातों में पहुंचे 20 हजार करोड़


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PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 5 अक्टूबर को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) की 18वीं किस्त जारी की। इस योजना के तहत देशभर के 9.4 करोड़ से ज्यादा किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।

योजना के तहत 20 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किए गए। पीएम मोदी ने यह किस्त महाराष्ट्र के वाशिम जिले से जारी की। योजना के तहत प्रत्येक पात्र किसान को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की सहायता दी जाती है, जिसका भुगतान तीन समान किस्तों में किया जाता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के वाशिम से इस योजना की 18वीं किस्त जारी की। इससे पहले 17वीं किस्त 18 जून को जारी की गई थी। इस नई किश्त के तहत प्रत्येक लाभार्थी किसान के खाते में सीधे 2000 रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे। यह रकम डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए किसान के खाते में पहुंचेगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और कृषि क्षेत्र को मजबूत करना है।

इस योजना से देशभर के 9.4 करोड़ से ज्यादा किसानों को सीधा फायदा होगा. इस योजना के तहत अब तक कुल 3.45 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम किसानों के खाते में पहुंच चुकी है। इस किस्त से किसानों की आर्थिक स्थिति और मजबूत होने की उम्मीद है। खासकर खेती-किसानी कर जीविकोपार्जन करने वाले किसानों को राहत मिलेगी।

अगर आप जानना चाहते हैं कि आपका नाम इस योजना के लाभार्थियों की सूची में है या नहीं, तो इसके लिए आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 'Farmer Corner' पर जाकर लाभार्थियों की सूची देख सकते हैं। राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव का चयन करने के बाद रिपोर्ट पर क्लिक करें। यहां आपको अपना नाम चेक करना होगा।

अगर आपका नाम लाभार्थियों की सूची में नहीं है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं और आवश्यक दस्तावेज जमा करके योजना का लाभ उठा सकते हैं। ध्यान रखें कि यह योजना केवल पात्र किसानों के लिए है, इसलिए सभी आवश्यक दस्तावेज ठीक से जमा करें।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने देश के करोड़ों किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में अहम भूमिका निभाई है। 18वीं किश्त जारी होने के बाद किसानों को इस वित्तीय सहायता से न केवल उनके जीवन स्तर में सुधार होगा बल्कि कृषि उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा।