मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने में ताप्ती नदी बेसिन मेगा रिचार्ज परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर ने शुक्रवार को मंत्रालय में एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों के जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद परियोजना में तेजी लाने का निर्णय लिया गया।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पड़ोसी राज्यों के साथ उनके हित को भी ध्यान में रखकर नदी जल बंटवारे पर काम हो रहा हैं। हमारे क्षेत्र के किसानों को सिंचाई और पीने का पानी मिले और साथ ही औद्योगीकरण के लिए पर्याप्त पानी दिया जा सके। इसी क्रम में महाराष्ट्र के साथ नदियों के संबंध में कई वर्षों से लंबित योजनाओं के प्राथमिक चरण की बातचीत को हमने आगे बढ़ाने का प्रयास किया है।
महाराष्ट्र के सीएम के साथ ताप्ती-कन्हान परियोजना पर चर्चा..
सीएम डॉ यादव ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा कर ताप्ती और कन्हान नदी की लंबित परियोजना पर अब तेजी से ठोस काम किया जाएगा। इससे दोनों राज्यों के बीच अकेले ताप्ती के जल से लगभग 1 लाख 23 हजार हेक्टेयर का नया एरिया सिंचित हो सकेगा। हमारे प्रदेश के कई जिलों और तहसीलों जैसे बुरहानपुर, नेपानगर, खकनार, खालवा को लाभ मिलेगा।
इस परियोजना से नागपुर को भी पीने का पानी मिलेगा और छिंदवाड़ा में भी पर्याप्त जल उपलब्ध होगा। उत्तर प्रदेश के साथ केन-बेतवा, राजस्थान के साथ पार्वती-काली-सिंध परियोजना शुरु होने के बाद अब महाराष्ट्र के साथ ताप्ती-कन्हान नदी परियोजना के रुप में आगे बढ़े।
इस महत्वपूर्ण निर्णय से तापी नदी के जल स्तर को बनाए रखने और जल संकट को दूर करने में मदद मिलेगी। बैठक में अधिकारियों को कार्ययोजना को शीघ्र अंतिम रूप देने तथा समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।