CM शिवराज का नवनियुक्त आरक्षकों को मूलमंत्र, कभी न भूलें वर्दी की मर्यादा 


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स्टोरी हाइलाइट्स

नवनियुक्त 06 हजार आरक्षकों को नियुक्ति प्रमाण-पत्र वितरण....

मध्यप्रदेश पुलिस का चेहरा संवेदनशीलता, वीरता, देश भक्ति और अनुशासन का है। आज जिन नौजवानों ने पुलिस की वर्दी पहनी है, यह साधारण वर्दी नहीं है। यह वर्दी है देश और प्रदेश की सुरक्षा, अपराधियों को नेस्तनाबूद करने, निर्बलों को ताकत देने, अपराधियों को कुचलने और सज्जनों का उद्धार करने की। इसकी मर्यादाओं को कभी भूलना नहीं और इस पर कभी कलंक मत लगने देना। 

यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कही। वे शुक्रवार को रक्षित केन्द्र, नेहरू नगर भोपाल में नवनियुक्त 06 हजार आरक्षकों को नियुक्ति प्रमाण-पत्र वितरण एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर मध्यप्रदेश पुलिस के आरक्षकों ने मध्यप्रदेश गान प्रस्तुत किया।

 मुख्यमंत्री चौहान के समक्ष सभी 6 हजार नव आरक्षकों की ओर से खरगोन की सुश्री रक्षा सोलंकी और निवाड़ी में पदस्थ आकाश कुशवाह ने पुलिस में चयन तथा अपने लक्ष्यों के संबंध में‍विचार साझा किए। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप 5 नव आरक्षकों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए।

इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज  चौहान ने कहा कि नव आरक्षकों का चयन पारदर्शी प्रक्रिया से उनकी मेहनत, लगन, योग्यता और कर्तव्यनिष्ठा के आधार पर हुआ है, इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं। पुलिस का कार्य केवल नौकरी नहीं, देशभक्ति और जनसेवा का संकल्प भी है। मध्यप्रदेश पुलिस का गौरवशाली इतिहास रहा है। कश्मीर में कबाइलियों को खदेड़ने, हैदराबाद के एक्शन और गोवा की मुक्ति में मध्यप्रदेश पुलिस का उल्लेखनीय योगदान रहा। 

जानिए मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के सम्बोधन की प्रमुख बातें 

-नव आरक्षक जैसा काम करेंगे, उनकी छवि वैसी ही बनेगी। हमारा चरित्र ही हमारा पूँजी है। मध्यप्रदेश पुलिस का मतलब है, सज्जनों के लिए फूल से अधिक कोमल और दुष्टों व अपराधियों के लिए वज्र से अधिक कठोर।

- पुलिस आरक्षक के रूप में अपनी बीट की सभी गतिविधियों और वहाँ के लोगों के प्रति जागरूक रहना आपका कर्तव्य है। नव आरक्षक अपनी बीट के अवैध काम करने वालों से मित्रवत होने से बचें, यह सावधानी और सतर्कता आपके कर्तव्य निर्वहन के लिए आवश्यक है।

-नव आरक्षकों को यह भरोसा जगाना होगा कि आप जनता के रक्षक हैं। मध्यप्रदेश पुलिस ने सिंहस्थ और कोविड काल में अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया। कोविड के कठिन काल में पुलिस के सिपाहियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा की और कुछ पुलिसकर्मियों ने तो कर्तव्य पथ पर अपना जीवन होम कर दिया।

-दायित्वों के निर्वहन के लिए आरक्षकों को फिटनेस पर ध्यान देना आवश्यक है। आम जनता के साथ अच्छा व्यवहार, निरंतर सक्रियता, पीड़ित को संवदेना को साथ सुनना, उसके प्रति मृदु व्यवहार, धैर्य, बोलचाल में संतुलन और काम के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखना आवश्यक है। 

समाज सुरक्षित महसूस करे : गृह मंत्री

इस मौके पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पुलिस आरक्षकों की भर्ती के बाद मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति-पत्र वितरित किये जा रहे हैं। हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में यह नवाचार कर उन्हें संदेश दिया है जो कहते थे कि हम युवाओं को रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देंगे। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार है, जिसने जो कहा वह किया। हमारे संवेदनशील मुख्यमंत्री पूरे समय समाज के सभी वर्गों की हमेशा चिन्ता करते हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वचनों का श्रेष्ठतम रूप में पालन करते हैं।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस ने अपनी छवि बदली है। कोरोना काल में दिन-रात नागरिकों की सेवा कर तथा उन्हें सुरक्षा प्रदान कर संवेदनशीलता के नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। राज्य सरकार ने 39 हजार से अधिक जवानों को कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित किया। नक्सलियों का दमन करने वाले पुलिस अधिकारी और आरक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा बालाघाट जाकर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिए गए। राज्य सरकार ने पुलिस विभाग में कॉन्सटेबल को हेड कान्सटेबल, हेड कान्सटेबल को एएसआई, एएसआई को एसआई, एसआई को टीआई और टीआई को कार्यवाहक एसडीओपी बना कर प्रदेश में नई परम्परा लागू की। इसके साथ ही अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही ऊनी टोपी को बदलने और ई-एफआईआर जैसे नवाचार भी किये गये।

पुलिस महानिदेशकसुधीर सक्सेना ने नव आरक्षकों को पुलिस परिवार में सम्मिलित होने पर बधाई देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि नव आरक्षक अपने मानवीय मूल्यों के साथ जन-सामान्य की रक्षा के लिए समर्पित रहेंगे। आभार प्रदर्शन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजीव शमी ने किया। कार्यक्रम में भोपाल की महापौर मालती राय, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा सहित अधिकारी एवं बड़ी संख्या में पुलिस आरक्षक मौजूद रहे।