भागमभाग भरी लाइफ और बदलती फ़ूड हैबिट्स के कारण बीपी-शुगर जैसी बीमारियां अब हर आयु वर्ग में दिखाई दे रही है। इन दोनों बीमारियों को खानपान की प्रवृति और प्राकृतिक उपचारों से नियंत्रित किया जा सकता है। इनके उपचार में केले के फूल भी बेहद असरकारक होता है।
केले के फूल के इस्तेमाल से हार्टअटैक का खतरा भी कम होता है। हार्टअटैक का सबसे बड़ा कारण गंदे कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना है। यह नसों में जाकर जम जाता है, फिर रक्त प्रवाह को ब्लॉक कर देता है। इसे कम करने के लिए अत्यधिक फैट देने वाले फूड्स से बचने के साथ केले के फूल का सेवन कर सकते हैं। शोध के मुताबिक केले के फूल में स्टेरोल्स होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल घटाने में उपयोगी होते हैं।
केले के फूल का अंदरुनी हिस्सा खाने लायक होता है। इसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं कि इससे डायबिटीज भी कंट्रोल रखी जा सकती है। यह ब्लड शुगर लेवल को तेजी से ऊपर-नीचे जाने से रोकता है। जिससे शुगर लेवल नियंत्रित करने में ये मददगार होता है।
यही नहीं केले का फूल इनसोल्युबल और सॉल्युबल दोनों तरह के फायदे देता है और हेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। यह हेल्दी बैक्टीरिया कैंसर और मोटापे का खतरा घटा देते हैं। पुरुषों को प्रोस्टेट की शिकायत में भी केले का फूल उपयोगी साबित होता है।