Bhojshala Survey: भोजशाला सर्वेक्षण 98 वें दिन समाप्त, मंदिर या मस्जिद? जानिए कब लिया जाएगा फैसला


Image Credit : X

स्टोरी हाइलाइट्स

Bhojshala Survey: सर्वे के दौरान एएसआई टीम को कई ऐसे सबूत मिले, जिसके आधार पर यह तय होगा कि मंदिर है या मस्जिद..!!

Bhojshala Survey: हाईकोर्ट के निर्देश के बाद ASI की टीम ने धार भोजशाला में 98 दिन तक सर्वे किया है। अब सर्वे पूरा हो गया है। सर्वे के दौरान एएसआई टीम को कई ऐसे सबूत मिले, जिसके आधार पर यह तय होगा कि मंदिर है या मस्जिद। 

वहीं लोगों के मन में ये सवाल भी उठ रहा है कि अगर सर्वेक्षण खत्म हो गया तो इस संबंध में फैसला कब लिया जाएगा। हाई कोर्ट में सुनवाई के बाद इस संबंध में फैसला लिया जाएगा। इस मामले में हाई कोर्ट की इंदौर बेंच 4 जुलाई को सुनवाई करने जा रही है।

दरअसल धार भोजशाला पर हिंदू और मुस्लिम पक्षों का अपना-अपना दावा है। हिंदू पक्ष की ओर से हाई कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई। इसके बाद 11 मार्च को हाई कोर्ट की इंदौर पीठ ने एएसआई को वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया। 

हाईकोर्ट के आदेश के बाद सर्वे का काम शुरू किया गया। इसके बाद ASI ने आठ सप्ताह का और समय मांगा, जिस पर उच्च न्यायालय ने 29 अप्रैल 2024 को सहमति व्यक्त की। गुरुवार शाम को बैंक्वेट हॉल में सर्वे संपन्न हुआ।

अब भोजशाला में सर्वे पूरा हो चुका है। ASI की टीम वहां से रवाना हो गई है। सर्वे रिपोर्ट तैयार कर एएसआई टीम दो जुलाई को हाईकोर्ट में पेश करेगी। इसके बाद मामले की अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी। रिपोर्ट का अध्ययन करने और सारे तथ्य देखने के बाद ही हाई कोर्ट कोई फैसला देगा।

हालांकि सर्वे को लेकर ASI की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। सर्वे दोनों पक्षों की मौजूदगी में कराया गया। अब देखना यह है कि एएसआई का यह सर्वे फाइनल होता है या इसमें और वक्त लगेगा। यह तो 4 जुलाई को सुनवाई के दौरान ही पता चलेगा।

वहीं, सर्वे पूरा होने के बाद हिंदू पार्टी के आशीष गोयल ने कहा कि आखिरी दिन सात अवशेष मिले, जिनमें से छह अवशेष खंभे और दीवारों के हैं। एक देवी की खंडित मूर्ति भी मिली है। इसके साथ भगवान ब्रह्मा की एक मूर्ति भी मिली है। इससे पहले भी कई मूर्तियां मिल चुकी हैं। 

अब ASI की टीम सर्वे नहीं कर रही है। ASI टीम हर चीज का दस्तावेजीकरण करने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अब तक करीब 1700 अवशेष मिल चुके हैं। इनमें से 650 बेहद महत्वपूर्ण है। चतुर्भुज नारायण, गणेश जी और ब्रह्मा जी सहित कई देवी-देवताओं की मूर्तियाँ मिली हैं

कमाल मौलाना मस्जिद वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य अब्दुल समद ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे पूरा कर लिया गया है। अंतिम दिन सात आकार के पत्थर मिले। बारिश के बाद परिसर में पानी भर जाता है। डंप सामग्री से बड़ी मात्रा में अवशेष बरामद हुआ है वहीं, हिंदू पक्ष के दावे पर अब्दुल समद ने कहा कि उनकी आस्था ऐसी है कि वह हर पत्थर में भगवान को देखते हैं। यह आस्था का मामला है। यह एक वैज्ञानिक सर्वेक्षण था।अब तथ्यों के आधार पर चर्चा होगी।

गौरतलब है कि हिंदू पक्ष के लोग भोजशाला को वाग्देवी का मंदिर मानते हैं। साथ ही मुसलमान इसे कमाल मौलाना मस्जिद भी कहते हैं। अब दोनों तरफ के लोगों को अलग-अलग दिन जाने की इजाजत है। इस पर फैसले के लिए कोर्ट में केस चल रहा है।