राजधानी भोपाल के विभिन्न इलाकों में शराब की दुकानें खोले जाने के विरोध में लंबे समय से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। विरोध के बावजूद सरकार और प्रशासन कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है। भोपाल के सेमरा गेट साईंराम कॉलोनी के लोगों ने गुरुवार से गांधीवादी तरीके से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। यह विरोध प्रदर्शन इसलिए किया जा रहा है क्योंकि शराब की दुकान नहीं हटाई जा रही है। यहां तक कि छोटे बच्चों ने भी महात्मा गांधी की वेशभूषा धारण कर इसमें भाग लिया। निवासी शराब की दुकान के ठीक सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि अधिकारी दुकान को वहां से हटा सकें।
नशा मुक्ति अभियान चलाने वाली भगवती मानव कल्याण संस्थान की भोपाल इकाई के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। संगठन का कहना है कि जब तक शराब की दुकान यहां से नहीं हटाई जाती, हम रहवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन जारी रखेंगे।
गौरतलब है कि दुकान को स्थानांतरित करने की मांग को लेकर रहवासियों ने पहले ही सुंदर कांड का पाठ किया, राहगीरों को गुलाब के फूल दिए और यहां तक कि आबकारी विभाग की प्रतीकात्मक शवयात्रा भी निकाली। यह प्रदर्शनी 18 दिनों से चल रही है।
हालांकि, अब तक दुकान हटाने के लिए कोई पहल नहीं की गई है। डॉ. अंबेडकर जयंती पर लोगों को पीने के लिए शरबत भी दिया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों और महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
क्षेत्र की महिलाओं का कहना है कि शराबी अक्सर गंदा काम करते हैं, जिससे बच्चों और महिलाओं को परेशानी होती है। कई बार शिकायत करने के बाद भी सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। जनता ने बताया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बावजूद अभी तक शराब की दुकान नहीं हटाई गई है। इसलिए अब हम हिंसक विरोध प्रदर्शन करेंगे।
कॉलोनी के लोगों ने कलेक्टर की पिछली 7 जनसुनवाई में भी शराब की दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है। कई महिलाएं हाथों में तख्तियां लेकर अधिकारियों के पास पहुंचीं। महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि दुकान शीघ्र नहीं हटाई गई तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगी।