बिहार के पश्चिमी चंपारण में DEO के घर पर सर्विलेंस विभाग की छापेमारी से हड़कंप मच गया। अधिकारी के घर में नोटों का अंबार देखकर आश्चर्यचकित हो गए, नोट इतने अधिक थे कि अधिकारी उन्हें गिनते-गिनते थक गए। फिर नोट गिनने वाली मशीनें मंगवाई गईं। तलाशी पांच घंटे से चल रही है। DEO के पास दरभंगा समेत कई अन्य जगहों पर भी फ्लैट होने की चर्चा है।
बेतिया के जिला शिक्षा अधिकारी रजनीकांत प्रवीण के पास से 3 करोड़ रुपए कैश और गहने बरामद किए गए हैं। गुरुवार अलसुबह विजिलेंस की टीम ने 40 सदस्यों के साथ रजनीकांत के 7 ठिकानों पर एक साथ रेड की।
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत पर विशेष सर्विलेंस की टीम गुरुवार की सुबह साढ़े छह बजे शहर के वसंत बिहार रोड स्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण के घर पहुंची।
एक दर्जन से अधिक सर्विलेंस अधिकारी DEO के हर कमरे की जांच कर रहे हैं। पिछले पांच घंटे से तलाश जारी है। DEO रजनीकांत प्रवीण भी कमरे में हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है।
DEO के पास आय से अधिक करोड़ों रुपए की संपत्ति मिलने की संभावना है। सर्विलेंस टीम के सूत्रों के अनुसार DEO के आवास से 3 करोड़ रुपये से अधिक नकदी बरामद की गई है। इस गणना के लिए एक मशीन का आदेश दिया गया है। सर्विलेंस अधिकारियों का कहना है कि तीन से चार बार और तलाशी ली जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में पटना, समस्तीपुर और दरभंगा में DEO के ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। इस छापेमारी में 40 से अधिक सतर्कता अधिकारियों को तैनात किया गया है। सूत्रों का कहना है कि एजेंसी द्वारा स्कूलों में डेस्क-बेंच की आपूर्ति समेत अन्य विकास कार्यों में बड़ा घोटाला किया गया है।
DEO वाल्मीकिनगर के जदयू विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह के निशाने पर भी आ गए। शिक्षक संगठनों ने उनसे शिकायत की थी कि जिला शिक्षा कार्यालय में रिश्वतखोरी बढ़ गई है। विधायक ने बताया कि एक क्लर्क के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली है। जिसकी जांच उन्होंने स्वयं करने को कहा था।
अधिकारियों ने बेंच डेस्क की आपूर्ति में व्यापक भ्रष्टाचार किया है। कार्य वांछित विक्रेता को आवंटित कर दिया गया है। विधायक ने कहा कि शिक्षक संघ ने लिखित जानकारी दी है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं लिपिक द्वारा कई वित्तीय अनियमितताएं की जा रही हैं।
आपको बता दें कि DEO रजनीकांत प्रवीण की पत्नी के निजी स्कूल पर भी छापेमारी की गई है। सुषमा कुमारी पहले एक संविदा शिक्षिका थीं, जिन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी है और वर्तमान में दरभंगा स्थित ओपन माइंड बिड़ला स्कूल की निदेशक और वास्तविक मालिक के रूप में काम कर रही हैं।
उन्होंने घोषणा की कि वे सड़क से लेकर सरकार और विधायिका तक इस भ्रष्टाचार से लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। अब इस छापेमारी के बाद DEO की नौकरी जाना लगभग तय है।