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और बजट आते ही बाज़ार फिसला 

राकेश दुबे राकेश दुबे
Updated Wed , 08 Sep

सार

न्यू टैक्स रिजीम में अब आप स्टैण्डर्ड डिडक्शन के तहत 50,000 रुपये की जगह 75,000 रुपये तक का फायदा उठा सकते हैं, इसके अलावा सरकार ने न्यू टैक्स रिजीम के तहत टैक्स स्लैब में भी कुछ बदलाव किया है..!!

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विस्तार

कल बजट 2024 आ ही गया। हमेशा की तरह इस बजट ने वेतनभोगियों और शेयर बाज़ार पर असर डाला है।जहां न्यू टैक्स रिजीम में बड़ा बदलाव हुआ है,वहीं शेयर बाज़ार फिसल गया है।

न्यू टैक्स रिजीम में अब आप स्टैण्डर्ड डिडक्शन के तहत 50,000 रुपये की जगह 75,000 रुपये तक का फायदा उठा सकते हैं। इसके अलावा सरकार ने न्यू टैक्स रिजीम के तहत टैक्स स्लैब में भी कुछ बदलाव किया है।

न्यू टैक्स रिजीम के तहत अब सालाना 3 लाख रुपये तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। 3 लाख से 7 लाख रुपये की कमाई पर 5 प्रतिशत, 7 लाख से 10 लाख रुपये पर 10 प्रतिशत, 10 लाख से 12 लाख रुपये पर 15 प्रतिशत, 12 लाख से 15 लाख रुपये पर 20 प्रतिशत और 15 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई पर 30 प्रतिशत टैक्स लगेगा।

सरकार का कहना है कि इन बदलावों से नौकरीपेशा लोगों को सालाना 17,500 रुपये तक की बचत हो सकती है। हालांकि, पुरानी टैक्स व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

अब बात शेयर बाज़ार की, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स पहले उछल गया, लेकिन, कुछ ही मिनटों में यह लाल निशान में फिसल गया और बाद में दोपहर के कारोबार के दौरान 1,266.17 अंक गिरकर 79,235.91 पर आ गया। अंतिम समय यह 134.58 यानी 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,367.50 पर कारोबार कर रहा था।

कुछ ऐसा ही रुख निफ्टी का भी रहा। जैसे ही वित्त मंत्री ने लोकसभा में अपना 7वां केंद्रीय बजट पेश करना शुरू किया, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, जल्द ही अस्थिर रुझान आने लगे और बेंचमार्क बाद में 435.05 अंक गिरकर 24,074.20 पर पहुंच गया। कल यह लेख  लिखे जाते समय यह 17 अंक यानी 0.07 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 24,492.25 अंक पर कारोबार कर रहा था।

शेयर बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजह कैपिटल गेन टैक्स में इजाफा रहा। अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स में इजाफा करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि एक साल से कम के टेन्योर या होल्डिंग पीरियड के लिए शॉर्ट टर्म कैपिटल टैक्स को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है और जिन निवेशकों की शेयरहोल्डिंग 1 साल यानी 12 महीने से ज्यादा है, उनके द्वारा शेयरों से हुई कमाई पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स 12.5 प्रतिशत का लगेगा। जबकि पहले इस पर 10प्रतिशत टैक्स लगता था।

हालांकि आम बजट में वित्त मंत्री ने निवेशकों को एक राहत भी दी है। सीतारमण ने कुछ निश्चित एसेट्स को लेकर कैपिटल गेन एग्जम्प्शन लिमिट यानी शेयर से हुई कमाई पर छूट की दर को बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये सालाना कर दिया गया। पहले यह सीमा 1लाख रुपये सालाना थी।

शेयर बाजार में गिरावट की दूसरी वजह वायदा और विकल्प पर प्रतिभूति लेनदेन कर बढ़ाने का प्रस्ताव है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वायदा और विकल्प कारोबार में प्रतिभूति लेनदेन कर की दर बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। इस फैसले का मकसद जोखिम भरे कारोबार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी को कम करना है।

उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा, ‘‘प्रतिभूतियों में विकल्प की बिक्री पर की दर को विकल्प प्रीमियम के 0.0625 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.1 प्रतिशत करने और प्रतिभूतियों में वायदा की बिक्री पर प्रतिभूति लेनदेन कर की दर को ऐसे वायदा कारोबार की कीमत के 0.0125 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.02 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।”