पाकिस्तान के साथ महाभारत शुरु हो गया है. पहलगाम से शुरू किये गए आतंक के खेल पर भारत की पहली स्ट्राइक डिप्लोमेटिक हुई है. भारत ने पाकिस्तान से सिंधु जल समझौता रोक दिया है. अटारी बाघा बॉर्डर बंद कर दिया गया है. वीजा रद्द कर दिए गए हैं. भारतीय सेना के एक्शनकी कल्पना की जा रही है..!!
भारत का पाकिस्तान और आतंक के खिलाफ गुस्सा इसी बात से साबित हो रहा है कि, जो समझौता भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय भी नहीं रोका था, उसे अब रोक दिया गया है. यह सारे एक्शन बताने के लिए पर्याप्त हैं कि, पाकिस्तान के साथ जो कुछ होने वाला है वह कल्पना से परे होगा.
सब अपने अपने अंदाज लगा रहे हैं. पीएम मोदी की पहलगाम हमले पर पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया ने भारत के ब्रह्मास्त्र एक्शन का इशारा कर दिया है. बुद्ध की धरती बिहार की मधुबनी में पंचायती राज सम्मेलन को संबोधित करते हुए अपने भाषण के बीच में पीएम मोदी ने आतंकवादी घटना पर जितना क्लियर मैसेज दिया है, उतना अब तक किसी भी प्रधानमंत्री ने नहीं दिया है.
पीएम ने साफ कहा कि, ‘आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा, केवल आतंकवादी ही नहीं उनके पीछे की ताकतों को भी छोड़ा नहीं जाएगा’. पीएम ने हिंदी में भाषण देते हुए अचानक अंग्रेजी में अपनी बात कह कर वर्ल्ड को मैसेज दिया. उन्होंने साफ-साफ कहा कि ‘देश की आत्मा पर हमला करने वालों को भारत खोजेगा, ट्रैक करेगा और वह दुनिया में किसी भी जगह हो, उनको सजा दी जाएगी’.
मोदी ने भारत के संभावित एक्शन पर भी इशारा किया. उन्होंने कहा कि, ऐसे कदम उठाए जाएंगे जिसकी दोषी, कल्पना भी नहीं कर सकते. अब तक मोदी का ट्रैक रिकॉर्ड तो यही बताता है कि, ना वह डरते हैं और ना झुकते हैं. आतंकवादी हमले के समय अगर पीड़िता को यह कहने का दुस्साहस करते हैं कि तुम्हें नहीं मारेंगे जाकर मोदी को बताओ तो इसका सीधा मतलब है कि पाकिस्तान में मोदी का भय किस लेवल पर है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी ऐसा ही इशारा कर चुके हैं. भारतीय सेना तैयारी में जुटी हुई है. भारतवासियों को उम्मीद है कि, शहीद पर्यटकों की तेरहवीं से पहले पाक को सबक ज़रूर मिल जाएगा. पाकिस्तान से आ रही खबरें वहां मची खलबली का इशारा कर रही हैं. एलओसी पर पाक सेनाओं का मूवमेंट यही बता रहा है कि पाकिस्तान में भारत के संभावित एक्शन से वहां घबराहट है.
पीएम का कमिटमेंट और मैसेज सुनकर तो पाकिस्तान अपनी रक्षा की चिंता में पड़ गया होगा. जब हमारे वीर पायलट अभिनंदन को पकड़ लिया गया था और पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान सरकार को धमकाया था कि अगर चौबीस घंटे में हमारे पायलट को नहीं छोड़ा गया, तो फिर भारत-पाकिस्तान पर हमला करेगा.
यह बात तो इतिहास है, दुनिया ने देखा है कि, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने अपनी संसद में कहा कि, अगर अभिनंदन को नहीं छोड़ा गया तो भारत पाकिस्तान पर हमला कर देगा. पाकिस्तान ने देश के वीर सपून को ससम्मान भारत को सौंपा.
भारत और पाकिस्तान की सेना की कोई तुलना नहीं है. जब भी पाकिस्तान के साथ भारत का युद्ध हुआ है, भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को घुटनों पर खड़ा कर दिया है. पाकिस्तान को बाँटकर बांग्लादेश बनाने का साहस भी भारत ने हीं किया है.
आज तो पाकिस्तान की सेना में बगावत के हालात हैं. बलूचिस्तान और दूसरे इलाकों में सेना के खिलाफ बगावत चरम पर है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इतनी चरमराई हुई है कि, सेना को रसद-पानी उपलब्ध कराना भी उनके लिए संभव नहीं है. वर्ल्ड में इस समय हालात ऐसे हैं कि, कोई भी देश पाकिस्तान की मदद के लिए आगे आने को तैयार नहीं है.
यहां तक कि, प्रायोजित आतंकवाद के स्पष्ट प्रमाणों के बाद इस्लामिक देश भी पाकिस्तान के साथ खड़े होने को अपना अपमान समझते हैं. जो इस्लामिक देश भारत के पीएम नरेंद्र मोदी को अपने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने में गौरव महसूस करते हैं, वही इस्लामिक देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को सामान्य शिष्टाचार में भी उतना महत्व नहीं देते.
पाकिस्तान में सेना और आईएसआई ही सरकार चलाती है. राजनीतिज्ञ तो वहां मोहरा होते हैं. सेना ही आतंकवादियों को प्रशिक्षित करती है. आतंकवादी गुटों को सेना ही पालती है. सेना में भ्रष्टाचार पाकिस्तान की हकीकत बना हुआ है. भारतीय सेना का मुकाबला करने के लिए वहां की सेना सक्षम ही नहीं है.
पाकिस्तान हमेशा प्रोपेगंडा और फर्जी जिहाद का सहारा लेता है. भारत जहां चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपना मिशन भेजने में कामयाब हुआ है. वहीं पाकिस्तान अपने राष्ट्र के झंडे पर ही चाँद को देखकर संतुष्ट होने पर मजबूर है.
पाकिस्तान का भूगोल एक बार फिर बदलने वाला है. भारत की सैन्य और डिप्लोमेटिक ताकत पाकिस्तान से कई गुना ज्यादा है. भारत का हौसला तो पिछले वर्षों में बुलंदियों पर पहुंचा है. पहलगाम आतंकी हमले ने उन बुलंदियों को ललकारा है. भारत का मैसेज और एक्शन तो अब तक चलता रहेगा जब तक या तो आतंक रहेगा या फिर पाकिस्तान.
पीएम मोदी के पास देश के भरोसे का मेंडेड है. वह भारत के पहले लीडर है, जिन्हें देश ने पीएम उम्मीदवार के रूप में जनादेश ने चुना है. साजिशें और षड्यंत्र के मुकाबले के लिए तो मोदी से मुफीद व्यक्ति कोई हो नहीं सकता. मोदी के जिस हौसले और प्रतिबद्धता पर देश को भरोसा है. उसको साबित करने का मौका आ गया है.
भारत जीतेगा इसमें कोई दोराय नहीं है. एक्शन की स्वतंत्रता और चौतरफा पाकिस्तान को सबक सिखाने की क्षमता, भारत सरकार के लिए जरूरी मंत्र होगी. मोदी जिस विचारधारा को लीड कर रहे हैं, उस विचारधारा के लिए यह मोड निर्णायक है. पाकिस्तान ने उसी विचारधारा पर हमला किया है. भारत की सहिष्णुता पर हमला किया है. आतंकवादियों ने धर्म के नाम पर अधर्म किया है.
किसी देश के जीवन में ऐसे अवसर लम्बी छलांग के अवसर साबित होते हैं. भारत के ब्रह्मास्त्र से उसके दुश्मनों का सिर कलम होना सुनिश्चित है. जो करके दिखाएगा वही राष्ट्र नायक कहलाएगा.