मेरठ की मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत की हत्या कर दी। ऐसे ही मुजफ्फरनगर की पिंकी ने अपने आशिक के लिए अपने पति अनुज को जहर पिलाकर मार दिया, रिश्तों में हत्या का ऐसा ही प्रकरण बेंगलुरू में देखने को मिला, वहां के हुलीमावु क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या करके उसकी बॉडी को सूटकेस में भर दिया, देश के अलग-अलग शहरों में हो रही ऐसी हत्याओं ने देश की जनता को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया..!!
देश में बढ़ती भौतिक विलासिता की चकाचौंध और सोशल मीडिया का जिंदगी में बढ़ता दखल, पारिवारिक-सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न कर रहा है। संबंधों में तकरार और फिर नृशंस तरीके से हत्या जैसे मामलों ने देश को झकझोर कर रख दिया है।
मेरठ की मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत की हत्या कर दी। ऐसे ही मुजफ्फरनगर की पिंकी ने अपने आशिक के लिए अपने पति अनुज को जहर पिलाकर मार दिया। रिश्तों में हत्या का ऐसा ही प्रकरण बेंगलुरू में देखने को मिला, वहां के हुलीमावु क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या करके उसकी बॉडी को सूटकेस में भर दिया। देश के अलग-अलग शहरों में हो रही ऐसी हत्याओं ने देश की जनता को पूरी तरह से हिलाकर रख दिया। आखिर यह सिलसिला कहां जकर थमेगा?
इन घटनाओं ने सोचने-समझने के लिए मजबूर कर दिया है कि आखिर यह देश किस दिशा में जा रहा है? पिछले कुछ वक्त से देश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी खबरें आ रही हैं, जिनमें पति पत्नी का और पत्नी पति का कत्ल कर देती है। संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध कार्यालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में दुनिया भर में कुल 51 हजार 100 महिलाओं और लड़कियों का कत्ल हुआ है। इनमें से 60 प्रतिशत के करीब कत्ल महिलाओं या लड़कियों के अपने पार्टनर, पति या फैमिली मेंबर ने किया। एक रिपोर्ट कहती है कि देश भर में हर साल औसतन 225 लोगों को उनकी पत्नियां कत्ल कर देती हैं और लगभग 275 पत्नियां अपने पति के हाथों मारी जाती हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में हर ग्यारहवें मिनट में एक महिला या लडक़ी का कत्ल होता है। इनमें से औसतन हर रोज 140 महिलाओं या लड़कियों का कत्ल उनके घर के अंदर होता है। वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और लंदन स्कूल ऑफ हाइजिन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन एंड साउथ एफ्रिकन मेडिकल रिसर्च काउंसिल की रिपोर्ट कहती है कि वर्ष 2022 में दुनिया भर में कुल 48 हजार 800 महिलाओं और लड़कियों के कत्ल हुए थे और इनमें से भी 60 प्रतिशत से ज्यादा कत्ल पार्टनर, पति या फैमिली मेंबर ने ही किए थे। वर्ष 2022 में ऐसे अपराधों के मामलों में अफ्रीका पहले नंबर पर था और एशिया दूसरे नंबर पर। ऐसे अपराधों में अब 2023 में एशिया पहले नंबर पर है और अफ्रीका दूसरे नंबर पर है। आंकड़ा कहता है कि पार्टनर पति या रिलेशनशिप में दुनिया भर में जितने कत्ल होते हैं, उसकी 58 प्रतिशत शिकार महिलाएं या लड़कियां होती हैं। लेकिन चौंकाने वाला आंकड़ा यह भी है कि इसी पार्टनर और रिलेशनशिप की वजह से 42 प्रतिशत पुरुषों का भी कत्ल होता है अर्थात यह अंतर ज्यादा नहीं है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर एक हजार पति में से 29 पति अपनी पत्नियों की हिंसा का शिकार होते हैं। जबकि एकल परिवार में यही आंकड़ा पत्नियों के लिए हर एक हजार में 32 है। वैसे पति पत्नी से जुड़े दर्ज कत्ल के मामलों के एक आंकड़े के मुताबिक 2022 में देशभर में पत्नी के हाथों पति के 220 कत्ल के मामले सामने आए थे। इसी दौरान पति के हाथों पत्नी के कत्ल के 270 से ज्यादा मामले सामने आए। फिलहाल 2025 की तो अभी शुरुआत है। वर्ष 2024 का आंकड़ा एनसीआरबी ने अभी जारी नहीं किया है।