UP में गर्माई बुलडोजर सियासत, बुलडोजर में दिमाग नहीं स्टीयरिंग होता है, जनता बदल सकती है स्टीयरिंग..अखिलेश


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उत्तर प्रदेश में बुलडोजर कार्रवाई पर सियासत गरमाने लगी है। बुलडोजर कार्रवाई पर चौतरफा हमला शुरू हो गया है। दरअसल बुलडोजर कार्रवाई पर हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में बड़ी सुनवाई हुई। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राज्यों को गाइडलाइन जारी की जाएगी। अब इस मामले में यूपी का सियासी पारा चढ़ने लगा है। सबसे पहले अखिलेश यादव का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि 2027 में गोरखपुर पर बुलडोजर चला दिया जाएगा।  

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा, गोरखपुर की तरफ बुलडोजर घुमाने वाले माफिया को सही जगह पहुंचा दिया है। 2017 से पहले माफिया सिर ऊंचा करके चलते थे। अब कोई माफिया सिर उठाएगा तो कुचल दिया जाएगा। 

बुलडोजर ऑपरेशन के संबंध में उन्होंने कहा कि इसके लिए दिल और दिमाग और साहस की जरूरत होती है। उन्होंने अखिलेश पर हमला बोलते हुए कहा कि दंगाइयों पर बुलडोजर नाक रगड़ेगा तो क्या करेगा? अब इस मुद्दे पर अखिलेश ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि जहां तक दिल और दिमाग की बात है तो मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि बुलडोजर में दिमाग नहीं होता, वह स्टीयरिंग से चलता है। उत्तर प्रदेश की जनता किसी के भी बुलडोजर का स्टीयरिंग बदल सकती है।

अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर पलटवार करते हुए कहा कि यूपी सरकार ने जानबूझकर बुलडोजर चलवाया है। बुलडोजर की कार्रवाई असंवैधानिक है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का हवाला देते हुए पूछा कि क्या सरकार असंवैधानिक बुलडोजर कार्रवाई के लिए माफी मांगेगी। यह सरकार अहंकार में बुलडोजर चला रही है।

यूपी सरकार के बुलडोजर पर अखिलेश ने कहा कि चुनाव के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ को नींद नहीं आती। सीएम अधिकारियों को सोने नहीं देते। उन्होंने कहा कि पहले माफिया किसी और को कहा जाता था।

उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि संवैधानिक अधिकार छीने जा रहे हैं। यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध चरम पर है। उन्होंने पूछा कि बीजेपी का नाम क्यों नहीं बदला जाता? उन्होंने बुलडोजर को अन्याय का प्रतीक बताया।

सीएम योगी आदित्यनाथ के भेड़िया वाले बयान पर भी अखिलेश ने पलटवार किया है। दरअसल, सीएम योगी ने विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में आदमखोर भेड़ियों ने आतंक फैला रखा है। 2017 से पहले भी यही स्थिति थी, सपा के लोग इस तरह की रंगदारी का कहर बरपाते थे। सीएम योगी के बयान पर अखिलेश ने कहा कि पहले देख लें कि माफिया किसे कहते हैं।