नागपुर हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान के घर पर चला बुलडोजर, ध्वस्त किया गया अवैध निर्माण


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स्टोरी हाइलाइट्स

महाराष्ट्र में नागपुर हिंसा मामले को लेकर सरकार ने सख्त रुख़ दिखाया है, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है..!!

नगर निगम के अधिकारियों ने सोमवार 24 मार्च को नागपुर हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान के घर के अवैध हिस्से को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। खान के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। 

माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के नेता फहीम खान उन 100 से अधिक लोगों में शामिल हैं जिन्हें 17 मार्च को महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। सूत्रों ने बताया कि नागपुर नगर निगम ने कुछ दिन पहले खान को एक नोटिस जारी किया था, जिसमें उनके घर की बिल्डिंग प्लान को मंजूरी न मिलने और विभिन्न कमियों का हवाला दिया गया था।

उन्होंने बताया कि यह मकान यहां यशोधरा नगर क्षेत्र के संजय बाग कॉलोनी में स्थित है और खान की पत्नी के नाम पर पंजीकृत है। एमडीपी शहर अध्यक्ष खान फिलहाल जेल में हैं। 17 मार्च को हिंसा तब भड़क उठी जब यह अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेतृत्व में किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर धार्मिक शिलालेखों वाली एक चादर जला दी गई।

इन झड़पों के परिणामस्वरूप शहर के कई हिस्सों में भारी पथराव और आगजनी हुई। इसमें पुलिस उपायुक्त स्तर के तीन अधिकारियों समेत 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए। 

मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इस दंगे को लेकर सख्त तेवर दिखाए। शनिवार को सीएम फडणवीस ने कहा कि हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई संपत्तियों की कीमत दंगाइयों से वसूल की जाएगी और यदि भुगतान नहीं किया गया तो उनकी संपत्तियों को जब्त कर उन्हें बेचकर नुकसान की भरपाई की जाएगी।

फडणवीस गृह मंत्रालय का भी प्रभार संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा, "मेरी सरकार तब तक चुप नहीं बैठेगी जब तक पुलिस पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़कर सख्त कार्रवाई नहीं की जाती।" मुख्यमंत्री ने कहा कि भड़काऊ सामग्री फैलाने वालों पर हिंसा भड़काने में उनकी भूमिका के लिए सह-अभियुक्त के रूप में आरोप लगाया जाएगा।

फडणवीस ने यह भी कहा कि दंगों के पीछे किसी विदेशी या बांग्लादेशी संबंध पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि जांच अभी जारी है। राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार फहीम खान का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, “हिंसा में मालेगांव कनेक्शन देखा जा सकता है, क्योंकि आरोपियों में से एक मालेगांव के एक राजनीतिक दल से ताल्लुक रखता है, जिसे दंगाइयों की मदद करते देखा जा सकता है।”