अडाणी ग्रुप अगले 10 साल में 84 अरब डॉलर यानी करीब 7 लाख करोड़ इन्फास्ट्रचर प्रोजेक्ट्स पर खर्च करेगा। अदानी ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जुगेशिंदर सिंह ने इस बात की जानकारी दी है। सिंह ने बताया, हम 20 लाख करोड़ तक इन्वेस्ट करने की क्षमता रखते हैं, लेकिन अच्छे वेंडर्स की कमी के चलते इतना बड़ा निवेश करने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि हम जैसे- जैसे अपने वेंडर्स की संख्या बढ़ाएंगे, हमारा कैपिटल एक्सपेंडिचर भी बढ़ेगा। अगर हमारे इन्फास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स बेहतर परफॉर्म करते हैं, तो अगले 25 साल में हम 80 लाख करोड़ तक खर्च करने में सक्षम हो जाएंगे।
अडाणी ग्रुप की 6 कंपनियां अडाणी ग्रीन एनर्जी, अडाणी पोर्ट्स एंड सेज, अडाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडाणी पावर और दो अनलिस्टेड कंपनियां- अडाणी एयरपोर्ट्स और अडाणी रोड्स जल्द ही ग्लोबल और डोमेस्टिक मार्केट में बड़े इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग कर रही हैं। इसके लिए ये कंपनियां बॉन्ड जारी कर मार्केट से फंड उठाएंगीं। कंपनियां टोटल फंड का 80 फीसदी फॉरेन मार्केट से और 20 फीसदी डोमेस्टिक मार्केट से रेज करेंगीं। इसी साल 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग अडाणी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए थे, जिसके बाद कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि इनमें बाद में रिकवरी हुई।