MP में पुलिसकर्मियों के बच्चों को नकद पुरस्कार, आरक्षक से लेकर IPS अधिकारियों के बच्चों को मिलेगा लाभ


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स्टोरी हाइलाइट्स

पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी किए, अधिकारियों को तय प्रारूप में जानकारी पुलिस मुख्यालय को देनी होगी, पुलिसकर्मियों के बच्चों को खेलों में प्रोत्साहित करने के लिए पुलिस मुख्यालय बड़ा कदम..!!

MP में अब पुलिसकर्मियों के बच्चे अगर खेलों में राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पदक जीतेंगे तो उन्हें नकद पुरस्कार मिलेगा। पुलिसकर्मियों के बच्चों को खेलों में प्रोत्साहित करने के लिए पुलिस मुख्यालय बड़ा कदम उठाने जा रहा है। अब खेलों में राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय पदक लाने वाले बच्चों को तीन हजार से लेकर 10 हजार रुपये तक नकद पुरस्कार दिया जाएगा। पुलिस मुख्यालय ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।

ये पुरस्कार सभी प्रकार के खेलों में दिए जाएंगे। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय के पास यह भी ब्यौरा होगा कि पुलिस कर्मियों के कितने बच्चों ने राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय खेलों में पदक जीते हैं। आपको बता दें कि राज्य में कांस्टेबल से लेकर आईपीएस तक के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के 1 लाख 26 हजार पद खाली हैं। इनमें से करीब 25 हजार पद रिक्त हैं।

पुलिसकर्मियों के बच्चों को खेलों में प्रोत्साहित करने के लिए पुलिस मुख्यालय बड़ा कदम उठाने जा रहा है। अब खेलों में राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पदक लाने वाले बच्चों को 3,000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। ओपन या स्कूल स्तर के खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतने पर क्रमशः 100,000 रुपये। 10 हजार रु. 8 हजार रु. 6,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

इसी प्रकार राज्य स्तरीय खेलों में स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक जीतने पर 50 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। 5,000 रु. 4,000 और रु. 3,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इससे पहले पुलिस मुख्यालय ने बोर्ड परीक्षा में निर्धारित से अधिक अंक लाने वाले पुलिसकर्मियों के बच्चों को प्रोत्साहित करने का काम शुरू कर दिया है। कांस्टेबल से लेकर आईपीएस अधिकारी तक के बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।

एडीजी कल्याण (अनिल कुमार) ने इस संबंध में सभी जोनल आईजी, डीआईजी, पुलिस अधीक्षकों और पुलिस इकाइयों के प्रमुखों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों को अपने जिलों या इकाइयों में ऐसे बच्चों की जानकारी निर्धारित प्रारूप में पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध करानी होगी। अनिल कुमार ने कहा कि पुरस्कार योजना के माध्यम से बच्चों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्हें प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए एक नया मंच मिलेगा।