कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा से फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा तक श्री महाकालेश्वर भगवान की 3 आरतियों में परिवर्तन किया गया है। अब प्रातः होने वाली द्दयोदक आरती 07:30 से 08:15 तक, भोग आरती प्रातः 10:30 से 11:15 तक व संध्या आरती सायं 06:30 से 07:15 बजे तक होगी।
इसी प्रकार भस्मार्ती प्रातः 04 से 06 बजे तक, सायंकालीन पूजन सायं 05 से 05:45 तक एवं शयन आरती रात्रि 10:30 से 11 बजे तक अपने निर्धारित समय पर ही होगी।
महाकालेश्वर मंदिर में 10 नवंबर 2023 शुक्रवार के दिन धनतेरस पर्व मनाया जाएगा। जिसमें श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित चिकित्सालय में भगवान श्री धनवंतरी का पूजन किया जावेगा। इसके अतिरिक्त मंदिर के पुरोहित समिति द्वारा भगवान श्री महाकालेश्वर का अभिषेक पूजन किया जावेगा।
12 नवंबर 2023 कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को श्री महाकालेश्वर भगवान को अभ्यंग स्नान करवाया जावेगा तथा इसी दिन से श्री महाकालेश्वर भगवान जी का गर्म जल से स्नान प्रारंभ होगा, जो फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा तक चलेगा। 12 नवंबर 2023 रविवार को ही श्री महाकालेश्वर भगवान जी की प्रातः 07:30 बजे होने वाली आरती में श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से अन्नकूट का भोग लगाया जावेगा। सायं में दीपोत्सव पर्व मनाया जायेगा।