Nagpur Violence News: महाराष्ट्र के नागपुर के महाल इलाके में सोमवार 17 मार्च की रात दो समूहों के बीच झड़प और पथराव की घटना हुई। इसके बाद पुलिस ने नागपुर शहर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया। इनमें कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर शामिल हैं।
नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर हुए विवाद के कारण हालात बिगड़ गए हैं। हिंसा, पथराव और झड़पों के कारण शहर में तनाव बढ़ गया है। पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास कर रही है। वहीं पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े।
नागपुर हिंसा मामले में अब तक 47 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। यहां औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग की गई थी। इसी बीच दोनों गुटों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई है। वहीं कई पुलिस के जवान भी इसमें घायल हुए हैं।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि यह हिंसा सुनियोजित थी। एकनाथ शिंदे ने नागपुर हिंसा पर बड़ा बयान दिया है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि एक प्लानिंग के तहत इस हिंसा को अंजाम दिया गया और इसमें जो लोग भी शामिल हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
नागपुर में भड़की हिंसा पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कड़ी कार्रवाई करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। फडणवीस ने कहा कि मैंने पुलिस आयुक्त को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "नागपुर के महल इलाके में जिस तरह से स्थिति तनावपूर्ण हो गई है, वह बहुत निंदनीय है। कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जो गलत है। मैं स्थिति पर नज़र रख रहा हूँ। सभी को शांति बनाए रखनी चाहिए। अगर कोई दंगा करता है या पुलिस पर पथराव करता है या समाज में तनाव पैदा करता है, तो ऐसे सभी लोगों के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं सभी से अपील करता हूँ कि वे सुनिश्चित करें कि नागपुर की शांति भंग न हो। अगर कोई भी तनाव पैदा करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ़ बहुत सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
नागपुर हिंसा की घटना को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “नागपुर में हिंसा की कोई वजह नहीं है। यह आरएसएस का मुख्यालय है। यह देवेंद्र जी का निर्वाचन क्षेत्र भी है। यहां हिंसा फैलाने की हिम्मत कौन कर सकता है? यह हिंदुओं को डराने, उनके ही लोगों से उन पर हमला करवाने और फिर उन्हें दंगों में भाग लेने के लिए उकसाने का एक नया तरीका है।”