मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सोमवार को आरसीवीपी प्रशासन अकादमी भोपाल में आयोजित सिविल सेवा दिवस समारोह 2025 में शामिल हुए। इस बीच उन्होंने कहा कि आजादी के बाद ऐसा प्रबंधन आया है जो दूरगामी प्रभाव छोड़ता है। भगवान ने भारत को स्वतंत्रता का आशीर्वाद दिया। सिविल सेवा दिवस का बहुत महत्व है। चाणक्य ने चंद्रगुप्त को ढूंढ निकाला और अपने प्रशासनिक कौशल का उपयोग करके नंद साम्राज्य को खत्म कर सांसदों का देश के लिए बहुत बड़ा योगदान है।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने पूछा कि डिजिटल युग में चेक का कोई महत्व है या नहीं, और इनाम के तौर पर एक बड़ा चेक दिया। उत्कृष्टता के सभी पांच क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त हुए। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को पुरस्कार दिए गए। यह भी कहा गया है कि अच्छे मॉडल अपनाए जाने चाहिए तथा नवाचारों का अनुसरण किया जाना चाहिए।
ओबीसी आरक्षण को लेकर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का रुख स्पष्ट है। हम 27 प्रतिशत के अपने रुख पर अडिग हैं, ओबीसी आयोग की रिपोर्ट तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी के समय आई थी। हम उन लोगों से भी संवाद करेंगे जिन्होंने आवेदन दायर किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मंत्र है 'सबका साथ, सबका विकास' और यह होना ही चाहिए। हम सभी विभागों के लिए काम कर रहे हैं, बहुत जल्द अच्छे परिणाम आएंगे।
मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का विदेश जाकर देश की प्रतिष्ठा धूमिल करने का रिकॉर्ड है। मैंने प्रार्थना की कि बाबा महाकाल उन्हें सद्बुद्धि दें और इस बार ऐसा न करें, लेकिन व्यक्ति का चरित्र बनता है। हमें ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे हमारे देशवासियों का अपमान हो। अगर आप राजनीति करना चाहते हैं तो आपके पास पार्टी है, देश का मंच है और संसद है।
किसी भी देश का कोई नेता ऐसा नहीं होगा जो किसी दूसरे देश में जाकर ऐसा माहौल बनाए। यह कांग्रेस का चरित्र है। कांग्रेस नेताओं को अपने नेता पर नियंत्रण रखना चाहिए।
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा कि 2047 विकसित भारत और मध्यप्रदेश का विजन है। राजनेताओं के पास यह दृष्टिकोण है, लेकिन इसे वास्तविकता में लाने का काम हम जैसे अधिकारी करते हैं। मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि सभी अधिकारी विकसित मध्यप्रदेश के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम आपके सपने को साकार करेंगे। युवा पीढ़ी के पास करने को बहुत काम है। युवा पीढ़ी के कंधों पर अधिक जिम्मेदारी है।