जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोनमर्ग जेड-मोड़ सुरंग कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की और उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में किए जा रहे विकास कार्यों की सराहना की और राज्य में हुए चुनावों का जिक्र किया।
उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीनगर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपना कार्यक्रम आयोजित किया तो उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ तीन महत्वपूर्ण बातें साझा कीं।
उन्होंने कहा कि मोदी जी ने उस दिन अपने भाषण में दिल और दिल्ली के बीच की खाई को कम करने की बात कही थी और यह बात सच साबित हुई। महज 15 दिन में यह दूसरी बार है, इससे पहले जम्मू को रेलवे विभाग दिया गया था और आज प्रधानमंत्री ने श्रीनगर में एक सुरंग का उद्घाटन किया।
पीएम मोदी की परियोजनाओं के कारण न केवल दिलों की दूरियां, बल्कि दिल्ली से दूरी भी कम हो रही है। सीएम ने यह भी कहा कि पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से वादा किया था कि राज्य में चुनाव होंगे और लोगों को अपनी सरकार चुनने का अधिकार मिलेगा और उन्होंने चार महीने के भीतर यह वादा पूरा कर दिया। इस बीच, जम्मू-कश्मीर में चुनाव सम्पन्न हुए और किसी भी मतदान केन्द्र पर धोखाधड़ी या अनियमितता की कोई शिकायत नहीं मिली।
सीएम ने प्रधानमंत्री से जुड़ी एक महत्वपूर्ण बात साझा करते हुए कहा कि योग दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से वादा किया था कि जम्मू-कश्मीर को जल्द ही राज्य का दर्जा मिलेगा और मेरा दिल कहता है कि बहुत जल्द वह यह वादा पूरा करेंगे।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि आप इतने ठंडे मौसम में भी हमारे बीच आए और जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए नई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। मौसम भले ही ठंडा हो, लेकिन हमारे दिलों में गर्मजोशी की कोई कमी नहीं है। हम आशा करते हैं कि आप जम्मू-कश्मीर का बार-बार दौरा करेंगे और विकास की इस यात्रा में हमारे साथ बने रहेंगे।
उन्होंने पीएम मोदी के दौरे को ऐतिहासिक कदम बताया और उम्मीद जताई कि आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर के लिए कई और महत्वपूर्ण परियोजनाएं और योजनाएं लाई जाएंगी। पीएम मोदी का यह दौरा जम्मू-कश्मीर के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है, क्योंकि इससे राज्य के विकास को नई दिशा मिलेगी और राज्य में बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी के क्षेत्रों में नए अवसर पैदा होंगे।