सोमवार से शुरू हो रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों को अंतिम रूप देने से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार 22 फरवरी को समिट स्थल और अन्य स्थानों का दौरा किया जहां उद्योगपति और निवेशक ठहरेंगे।
मुख्य सचिव अनुराग जैन की मौजूदगी में मुख्यमंत्री यादव यहां सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। समिट के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाग लेने के कारण यहां सुरक्षा व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सीएम डॉ. यादव सबसे पहले सुबह 11.30 बजे कुशाभाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम पहुंचें। यहां, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शविवार 23 फरवरी की शाम भाजपा सांसदों, विधायकों और अन्य पदाधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने दोपहर 12.30 बजे मानव संग्रहालय का भ्रमण कर जीआईएस की तैयारियों का निरीक्षण किया। यहां सीएम ने जीआईएस के लिए बनाए गए मंडप, मुख्य सभागार, विभागीय क्षेत्र के सम्मेलन स्थल व अन्य कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए।
शाम 6.50 पर सीएम यादव सदर मंजिल में जीआईएस की तैयारियों का निरीक्षण करेंगे। यहां देश-विदेश के निवेशकों के ठहरने और मिलने-जुलने की व्यवस्था की गई है। निवेशकों, व्यापारियों और अतिथियों को राज्य की ऐतिहासिक विरासत और समृद्ध संस्कृति का अनुभव कराने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में विशेष रूप से तैयार नृत्य नाटिका 'अमृतस्य मध्यप्रदेश' प्रस्तुत की जाएगी। इसके लिए तैयारियां भी तेजी से चल रही हैं।
प्रसिद्ध कोरियोग्राफर मैत्री पहाड़ी के निर्देशन में 100 से अधिक कलाकार राज्य की सांस्कृतिक विरासत, विविधता और पर्यटन स्थलों की सुंदरता को अनूठे तरीके से प्रदर्शित करेंगे। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय में राज्य के पारंपरिक एवं स्थानीय लोक नृत्य मटकी नृत्य, कर्मा आदिवासी नृत्य आदि की प्रस्तुति विशेष आकर्षण होगी।23 फरवरी को शाम 6:30 बजे से ताज लेक फ्रंट होटल में बांसुरी, सरोद, सारंगी और जुगलबंदी जैसे संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।
समिट के पहले दिन 24 फरवरी को सुबह 8 बजे से अंतरराष्ट्रीय इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय में स्थानीय संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए लोक कला दलों की प्रस्तुति होगी। इसी दिन मंच और मध्य प्रदेश मंडप पर राज्य की संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी, जिसमें गोंड और भील जनजातियों की लोक संस्कृति और बुंदेलखंड और चंबल क्षेत्रों की विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा।
शाम के भव्य रात्रिभोज के दौरान, लोक नृत्य बधाई, मटकी, आदिवासी नृत्य प्रदर्शनों के साथ-साथ विशेष 'अमृत्य मध्यप्रदेश' नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जाएगी। कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न मंचों पर लोकगीत, आदिवासी संगीत और पारंपरिक लोकनृत्य प्रस्तुत किये जायेंगे।