प्रदेश में बढ़ेगी ठंड, तीन दिन में तीन डिग्री तक लुढ़क सकता है रात का तापमान


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स्टोरी हाइलाइट्स

इसका सबसे ज़्यादा असर स्कूल जाने वाले बच्चों पर पड़ता है। इसी के चलते कई स्कूलों ने समय में बदलाव भी किया है। गिरते पारे को देखते हुए सुबह की स्कूल टाइमिंग को आधे घंटे तक बढ़ा दिया गया है..!!

देशभर के साथ ही मध्य प्रदेश में भी अब ठंड बढ़ने लगी है। दिन के समय तो फिर भी ठीक है, लेकिन रात का पारा लगातार लुढ़कता ही जा रहा है। सुबह के समय भी मौसम में ठंडक बढ़ने लगी है। इसका सबसे ज़्यादा असर स्कूल जाने वाले बच्चों पर पड़ता है। इसी के चलते कई स्कूलों ने समय में बदलाव भी किया है। गिरते पारे को देखते हुए सुबह की स्कूल टाइमिंग को आधे घंटे तक बढ़ा दिया गया है।

ऐसा इस कारण हो रहा है, क्योंकि पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत पर बना पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ गया है। हवाओं का रुख भी लगातार उत्तरी बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक लगातार आ रही सर्द हवाओं से तापमान में और गिरावट होने की संभावना है।

मौसम विभाग का ये कहना है, कि 20 नवंबर के बाद पारा लुढ़कने से तापमान में और गिरावट देकी जा सकती है। अगले तीन दिनों में रात का तापमान भी तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क सकता है। उधर रविवार को प्रदेश में सबसे कम 10.8 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा 8.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ने के कारण निष्प्रभावी हो गया है। देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम (लगभग 13 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिम से पूर्व की तरफ 250 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं का चलना) बना हुआ है।

मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी बीएस यादव ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के कारण हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी हो गया है। जेट स्ट्रीम के प्रभाव से भी लगातार सर्द हवाएं आ रही हैं। इस वजह से मध्य प्रदेश में दिन और रात के ताापमान में गिरावट होने की संभावना बढ़ गई है।

वर्तमान में कोई नया पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय नहीं है। इस वजह से अभी तीन-चार दिन तक रात के तापमान में गिरावट होने का सिलसिला बना रह सकता है। इस दौरान प्रदेश में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। अधिकतम तापमान में भी एक से दो डिग्री तक की कमी आ सकती है।