कलेक्टर कल्चर: फलफूल रहा न्यूड फोटो और वीडियो का धंधा


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स्टोरी हाइलाइट्स

- रेडिट का अश्लीलता फैलाने का काला इतिहास..!

सोशल मीडिया के बढ़ते प्रसार के बीच लोगों की प्राइवेसी भी बड़े पैमाने पर खतरे में है। रिवेंज पोर्न के तहत  सोशल मीडिया पर लोगों खासकर महिलाओं द्वारा शेयर की गई तस्वीरों का भी गलत इस्तेमाल हो रहा है जो चिंताजनक बात कही जा सकती है। ये कलंक इस हद तक बढ़ गया है कि इसे 'कलेक्टर कल्चर' का लाक्षणिक नाम भी दिया गया है। इसमें हजारों पुरुष सक्रिय हैं, वेबसाइट, ऐप, पर्सनल चैट ग्रुप के जरिए एक-दूसरे से जुड़ रहे हैं।

रिवेंज पोर्न की एक नई दुनिया का उदय

रिवेंज पोर्न की एक नई दुनिया सामने आई है जहां लोगों की निजी जानकारी बिना उनकी जानकारी के शेयर की जा रही है। ऐसी व्यक्तिगत जानकारी, तस्वीरें, फोन नंबर आदि एक्स द्वारा साझा किए जाते हैं। ऐसे में महिला की फोटो वायरल होने के बाद महिला और उसके परिवार वालों को काफी परेशान करने वाली स्थिति का सामना करना पड़ता है और कई मामलों में तो निराश लोग आत्महत्या का रास्ता भी अपना लेते हैं।

बिना उनकी जानकारी के चोरी की महिलाओं के फोटो-वीडियो

सोशल मीडिया में कई पेज, अकाउंट, ग्रुप, साइट्स आदि सक्रिय हैं जहां इस तरह की तस्वीरों, वीडियो का आदान-प्रदान किया जाता है। ऐसे पेज और अकाउंट में महिलाओं की तस्वीरों के नीचे बेहद अश्लील कमेंट होते हैं। महिलाओं की तस्वीरें इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि से चुराई जाती हैं और ऐसे समूहों में साझा की जाती हैं। इसके अलावा महिलाओं के शारीरिक संबंध के दौरान चोरी-छिपे रिकॉर्डिंग कर उन वीडियो को भी इस तरह से बेचा जाता है। महिलाओं की अश्लील तस्वीरों के नीचे अमानवीय यौन टिप्पणियों का भी चलन खूब हो रहा है।

अश्लीलता की सारी हदों को किया पार 

इस तरह के ग्रुप, पेज अक्सर पोर्न फोटो शेयर करते हैं और खुलेआम ऐसे वीडियो की मांग करते हैं। जिसमें उस तरह के फोटो-वीडियो वाले लोग पैसे के बदले में अपने पास मौजूद सामग्री देकर पैसे कमाते हैं। साथ ही शेयर की गई फोटो की सोशल प्रोफाइल भी मांगी जाती है ताकि बाद में उस शख्स से आपत्तिजनक डिमांड की जा सके। कई बार व्यक्ति से संपर्क किया जाता है और धमकी दी जाती है और यह कहकर उनकी मांगों को पूरा करने के लिए धमकाया जाता है कि अगर वे इसका पालन नहीं करते हैं तो ओपन कर दिया जाएगा।

रेडिट का डार्क साइड

खुद को इंटरनेट का फ्रंट पेज कहने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की बात करें तो हर दिन 5 करोड़ लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। इसके उपयोगकर्ता सबरेडिट्स नामक फ़ोरम चला सकते हैं। हालाँकि, Reddit का अश्लीलता फैलाने का एक काला इतिहास भी है।

2014 में, Reddit पर एक सेलिब्रिटी की निजी तस्वीरें साझा किए जाने के बाद, कंपनी ने 3 साल के लिए डीपफेक का उपयोग करके कई समूहों को बंद कर दिया। सब-रेडिट्स के मॉडरेटर्स को रेडिट के नियमों का पालन करना चाहिए, लेकिन इस प्रकार के सबरेडिट्स के मॉडरेटर्स खुले तौर पर उनका दुरुपयोग कर रहे हैं।

इस प्रकार की सामग्री का प्रचार करने वाले अलग-अलग नामों वाले सबरेडिट के कई संस्करण हैं, जिनमें से प्रत्येक में हजारों सक्रिय उपयोगकर्ता हैं और प्रत्येक में समान सामग्री है। कई बार कोई महिला अपना फोटो-वीडियो डिलीट कराने के लिए कंपनी से संपर्क करती है लेकिन तब तक बात कई लोगों तक पहुंच चुकी होती है।

कलेक्टर संस्कृति के लाक्षणिक नाम के तहत अश्लीलता को बढ़ावा देना

ये कलंक इस हद तक बढ़ गया है कि इसे 'कलेक्टर कल्चर' का लाक्षणिक नाम भी दिया गया है। इसमें हजारों पुरुष सक्रिय हैं, वेबसाइट, ऐप, पर्सनल चैट ग्रुप के जरिए एक-दूसरे से जुड़ रहे हैं।