गुरुवार 13 मार्च को मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र का चौथा दिन है। सत्र के चौथे दिन कांग्रेस विधायक काले एप्रन पहन, सोने की प्रतीकात्मक ईंटें लेकर पहुंचे। विपक्षी विधायक करोड़पति कॉन्स्टेबल मामले में जांच की मांग कर रहे थे। 'सोने की ईंट किसकी है, जांच कराओ' के नारे लगा रहे थे।
इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है, आखिर कब पकड़े जाएंगे परिवहन घोटाले के बड़े मगरमच्छ? आज विधानसभा सत्र के चौथे दिन प्रदेश सरकार द्वारा परिवहन घोटाले की जांच में लापरवाही और देरी करने के विरोध में कांग्रेस विधायक दल के साथ हाथों में प्रतीकात्मक सोने की ईंट और काले कपड़ों का कंकाल पहनकर विधानसभा परिसर में सांकेतिक प्रदर्शन किया।
भोपाल में इनकम टैक्स और लोकायुक्त की रेड में RTO के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के पास से करोडों की संपत्ति मिली। भाजपा सरकार में बीते कई सालों में परिवहन विभाग में हजारों करोड़ रुपयों का घोटाला हुआ।मगर आज भी सरकार इस मामले की सही ढंग से जांच कराने की जगह सिर्फ जांच के नाम पर लीपापोती कर रही है। सरकार की इस लापरवाही के कारण आज भी केस से जुड़े बड़े मगरमच्छ पकड़ से दूर हैं। क्या सरकार नहीं चाहती की इस मामले पर बड़े मगरमच्छ पकड़े जाएं ?
वहीं विधानसभा सत्र के चौथे दिन अध्यक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए विपक्ष के नेता उमंग सिंह का नाम पुकारा। इस बीच, विपक्ष के उपनेता हेमंत कटारे ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों का जवाब देने के लिए समय मांगा। इसे लेकर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- अब मामला खत्म हो गया है। संयोजन प्रक्रिया को समझें।
कटारे ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों का जवाब देने के लिए उन्हें समय दिया जाना चाहिए। इसका कांग्रेस विधायकों ने समर्थन किया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- लोकतंत्र को जंजीरों में जकड़ा जा रहा है। विधायक को अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर नहीं दिया जाता। कल जो हुआ वह ग़लत था। अगर विपक्ष नहीं बोलेगा तो राज्य की जनता को न्याय नहीं मिलेगा।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान जौरा विधायक पंकज उपाध्याय ने अस्पतालों में डॉक्टरों, स्वीकृत नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या, भरे और रिक्त पदों की जानकारी मांगी। 2016 से 2024 तक प्रसव के दौरान महिलाओं और नवजात शिशुओं की मृत्यु पर प्रश्नावली। उन्होंने कहा- सरकार इस मामले में जानकारी छिपा रही है।
इस पर जवाब देते हुए लोक स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि 5 माह के भीतर सभी रिक्त पद भर दिए जाएंगे। इस पर विधायक ने कहा- अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं। कैग की रिपोर्ट कहती है कि 86 प्रतिशत मामलों में सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायक सदन से वॉक आउट कर गए। वे बाहर आये और सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे।