कृषि उपज मंडियों में समर्थन मूल्य से कम में खरीदी का डेटा बनेगा


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स्टोरी हाइलाइट्स

नये निर्देशों में कहा गया है कि मंडी समितियों में एवरेज फेयर क्वलिटी की कृषि उपज का समर्थन मूल्य से कम पर विक्रय न हो और समर्थन मूल्य से कम पर विक्रय होने पर कृषकों के नाम सहित सैंपल सुरक्षित रखे जाये व इसका डेटा रखा जाये..!!

भोपाल: प्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2025-26 का सीजन प्रारंभ हो गया है तथा केंद्र/राज्य शासन की एजेंसियों के द्वारा गेंहू उपार्जन एवं प्राईज सपोर्ट स्कीम अंतर्गत चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन समर्थन मूल्य पर किया जा रहा है। राज्य मंडी बोर्ड के आयुक्त कुमार पुरुषोत्तम ने 259 कृषि उपज मंडियों एवं 298 उप मंडियों के सचिवों को विपणन व्यवस्था सुदृढ़ करने के नये निर्देश जारी किये हैं। 

नये निर्देशों में कहा गया है कि मंडी समितियों में एवरेज फेयर क्वलिटी की कृषि उपज का समर्थन मूल्य से कम पर विक्रय न हो और समर्थन मूल्य से कम पर विक्रय होने पर कृषकों के नाम सहित सैंपल सुरक्षित रखे जाये व इसका डेटा रखा जाये। किसानों से कहा जाये कि वे मंडी में अपनी उपज लाने के पहले उसे अच्छे से धूप दिखायें जिससे उन्हें उसका अच्छा मूल्य मिल सके। 

मंडी में खुली नीलामी के दौरान यदि कम मूल्य आये तो नीलामी कुछ समय के लिये स्थगित कर दोबारा नीलामी कराई जाये। मंडी समिति में क्षमता से अधिक आवक होने पर स्थानीय प्रशासन का सहयोग लेकर अतिरिक्त व्यवस्था की जाये। नीलामी शेड/चबूतरे रिक्त हों, उन पर किसी भी व्यापारी के अनाज के बोरे न रखे हों अर्थात प्रतिदिन शेड खाली कराये जायें।