Earthquake in Tibet: तिब्बत में मंगलवार 7 जनवरी की सुबह आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। भूकंप के कारण तिब्बत में कई इमारतें ढह गईं। चीन की सरकारी मीडिया के मुताबिक, अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 62 लोग घायल बताए जा रहे हैं। भूकंप का असर भारत में भी देखा गया। बिहार और असम में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये।
रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.8 मापी गई है। तिब्बत के डिंगरी काउंटी इलाके में मंगलवार सुबह करीब 9.05 बजे तेज भूकंप महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था। यह जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था।
अलावा इसके नेपाल में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये। लोग घर छोड़कर बाहर की ओर भागे। नेपाल के कई जिलों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किये। काठमांडू के लोग बहुत दहशत में थे। सड़क किनारे बिजली के खंभे और पेड़ हिलते नजर आया।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, सुबह 7 बजे के आसपास 4 से 5 तीव्रता के 6 से ज्यादा झटके आए। इन झटकों ने 2015 के नेपाल भूकंप की याद दिला दी, जिसमें लगभग 9,000 लोग मारे गए थे।
भूकंप का असर भारत में भी देखा गया। बिहार, असम, बंगाल और सिक्किम में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, मोतिहारी, बेगुसराय, मुंगेर, शिवहर और सारण में भूकंप के झटके महसूस किये गये। साथ ही मालदा और बंगाल के कुछ अन्य इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये। तिब्बत में समय-समय पर भूकंप आते रहते हैं।