शिक्षाविद और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा की AAP में एंट्री, दिल्ली की शिक्षा क्रांति से प्रभावित होकर थामा AAP का हाथ


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स्टोरी हाइलाइट्स

मशहूर UPSC शिक्षक और सोशल मीडिया पर हैं काफी पॉपुलर हैं- अवध ओझा..!!

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में जन्मे शिक्षाविद् और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए हैं। उन्होंने पार्टी के साथ अपनी यात्रा शुरू करते हुए पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों से जुड़ने का फैसला किया। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी मुख्यालय में अवध ओझा को पार्टी की सदस्यता दिलाई।

अवध ओझा का जन्म 3 जुलाई 1984 को हुआ था और उनका परिवार शिक्षा और सरकारी सेवा से जुड़ा है। उनके पिता प्रसाद ओझा एक सरकारी पोस्टमास्टर हैं, जबकि उनकी माँ एक सरकारी वकील हैं। अवध ओझा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा फातिमा स्कूल, गोंडा से की और फिर उच्च शिक्षा इलाहाबाद में की। शुरुआत में उनका रुझान मेडिकल क्षेत्र में था, लेकिन बाद में उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की और दिल्ली में एक शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने चाणक्य आईएएस अकादमी और बाजीराम रवि आईएएस जैसे प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों में इतिहास पढ़ाया। 

वर्ष 2019 में उन्होंने पुणे में IQRA अकादमी की स्थापना की, जो अब एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान बन गया है। इसके साथ ही 2020 में उन्होंने एक यूट्यूब चैनल "रे अवध ओझा" भी शुरू किया, जो छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। उनकी शिक्षण शैली और प्रेरक भाषणों ने उन्हें पूरे भारत में एक प्रसिद्ध शिक्षक बना दिया है।

अब आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद अवध ओझा ने शिक्षा और समाज के उत्थान के लिए राजनीति में कदम रखा है। उनका कहना है कि वह पार्टी कार्यक्रमों के जरिए युवाओं और शिक्षा क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए काम करेंगे। पार्टी में शामिल होने के बाद उनके समर्थकों का मानना है कि शिक्षा के क्षेत्र में उनका अनुभव और योगदान आम आदमी पार्टी को एक नई दिशा देगा। 

अवध ओझा का यह कदम शिक्षा और राजनीति में एक नए बदलाव का संकेत देता है और उनके समर्थकों को उम्मीद है कि वह अपनी नई भूमिका में भी उतने ही प्रेरक और सफल साबित होंगे। अवध ओझा कई महीनों से अरविंद केजरीवाल सरकार की योजनाओं और शासन से प्रभावित थे। वे अपने सत्रों में भी इस पर चर्चा करते रहे हैं। अवध ओझा यूपीएससी के छात्रों को पढ़ाते हैं और एक मोटिवेशनल स्पीकर हैं। यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों के बीच उन्हें ओझा सर के नाम से जाना जाता है। उनका पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है।

1992 में इलाहाबाद पहुंचकर उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की, हालांकि वह यूपीएससी परीक्षा पास नहीं कर सके। अवध ओझा पिछले 22 वर्षों से छात्रों को कोचिंग दे रहे हैं। उन्होंने अपने कोचिंग करियर की शुरुआत इतिहास पढ़ाकर की। अवध ओझा के पार्टी में शामिल होते ही यह साफ हो गया था कि पार्टी उन्हें अगले साल दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट देगी।