भोपाल। राज्य के वन विभाग ने गबन करने के आरोपी दो रेंजर डीडी भारती व केउस बरकडे एवं एक वनरक्षक एलएस मरकाम के विरुध्द लोकायुक्त को न्यायालय में अभियोजन की कार्यवाही करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। वन परिक्षेत्र सहायक डीके राहंगडाले के विरुध्द अभियोजन की स्वीकृति देने हेतु प्रकरण विधि विभाग के अभिमत के लिये भेजा गया है।
दरअसल वन कर्मचारी संघ बालाघाट के संभागीय अध्यक्ष वायडी शर्मा ने बालाघाट वन वृत्त के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की थी कि सामूहिक बांस पुष्पन कार्य में शासन द्वारा आवंटित दो करोड़ रुपयों की राशि में आपसी तालमेल एवं मिलीभगत कर भ्रष्टाचार किया गया है तथा अवैध रुप से फर्जी प्रमाणक तैयार कर अंगूठा, हस्ताक्षर कराकर राशि का आहरण किया गया एवं आपस में राशि बांट ली गई।
लोकायुक्त ने वर्ष 2016 में प्रकरण दर्ज कर जांच में पाया कि एक व्यक्ति को दो जगह कार्य करना, मजदूरों के नाम फर्जी दर्शाकर तथा मजदूरों से कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराकर फर्जी बिल बनाकर गबन किया गया। रेंजर केएस बरकडे ने केके बेदी से किराये पर लिये गये वाहन का डीजल, आईल और किराये के 72 हजार रुपये का फर्जी तरीके से बिल बनाकर गबन किया गया।
इसी प्रकार, महंगू, ताराचंद, जागन एवं लखनलाल नामक श्रमिकों की बांस पुष्पन कार्य में अग्रिसुरक्षा कार्य हेतु लगाया जाना बताकर, वाउचर में फर्जी हस्ताक्षर कर 18 हजार 913 रुपये की राशि का गबन किया गया। इस मामले में वनरक्षक एलएस मरकाम, सेवानिवृत्त रेंजरद्वय डीडी भारती एवं केएस बरकडे के विरुध्द अभियोजन की मंजूरी प्रदान कर दी गई है।