ओवर द टॉप यानी OTT की दुनिया अभी काफी हद तक बेलगाम ही मानी जा रही है लेकिन अब इस पर नकेल कसने की तैयारी फिर नजर आ रही है। गौरतलब है कि भारत में नेटफ्लिक्स से लेकर डिज्नी प्लस हॉटस्टार और अमेजन प्राइम वीडियो जैसे कई डिजिटल प्लेटफॉर्म्स हैं, जहां पर ढेरों फिल्में और वेब सीरीज मौजूद हैं। इनमें वल्गर, बोल्ड सीन्स और हिंसा की भरमार है।
ऐक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक OTT पर अश्लील और हिंसक कंटेंट को लेकर भारत सरकार ने पहल शुरू की है। इसके तहत सरकारी डॉक्यूमेंट और सोर्स के मुताबिक, भारत ने नेटफ्लिक्स डिज़नी आदि स्ट्रीमिंग सेवाओं से कहा है कि ऑनलाइन दिखाए जाने से पहले कॉन्टेंट की अश्लीलता और हिंसा के लिए इंडिपेंडेंट रूप से रिव्यू किया जाना चाहिए। सूचना और प्रसारण मंत्रालय में बैठक में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्मों को ये प्रस्ताव दिया गया था।
स्ट्रीमिंग कंपनी, जिन्हें OTT प्लेटफॉर्म भी कहा जाता है, ने आपत्ति जताई और कोई फैसला नहीं हुआ। मंत्रालय ने बैठक में OTT प्लेटफार्मों पर अश्लील और हिंसक कंटेंट के बारे में चिंता जाहिर की थी। दरअसल समाज में तथा कई संगठनों ने भी OTT पर दिखाई जाने वाली फिल्म सीरीज के दृश्यों व संवादों पर हैरानगी व नाराजगी समय समय पर जाहिर की है। इसे लेकर कई बार विवाद भी सामने आये हैं, वहीं फिल्मकार इसे अभिव्यक्ति के नाम पर परोसते रहे हैं।
देश में तेजी से लोकप्रिय हुआ OTT
जानकारी के अनुसार, नेटफ्लिक्स और अमेजन की इंडिया में जबरदस्त पॉप्युलैरिटी है। मीडिया पार्टनर्स एशिया के अनुसार, साल 2027 तक इस क्षेत्र के लिए 7 बिलियन डॉलर का मार्केट बनने के लिए तैयार है। अब बॉलीवुड के टॉप एक्टर्स भी OTT पर कदम रख रहे हैं। कई फिल्में सीधे OTT पर ही रिलीज की जा रही हैं। इस मीटिंग को अमेजन, डिज्नी, नेटफ्लिक्स, वायकॉम 18, एप्पल और रिलायंस जैसी बड़ी कंपनी के दिग्गजों ने अटेंड किया था। जिस तरह से फिल्मों में इस तरह के कॉन्टेंट पर कैंची चलाने के लिए सेंसर बोर्ड है, अब ये देखना होगा कि क्या OTT की दुनिया में इस प्रस्ताव के बाद क्या बदलाव होंगे।