मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। लोकतायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। लोकायुक्त की टीम ने शर्मा को कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद धन कुबेर शर्मा को लोकायुक्त ऑफिस ले जाया गया है। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
आपको बता दें, कि सौरभ शर्मा कोर्ट में सरेंडर करने आया था, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जबकि सौरभ शर्मा के वकील ने इसे अवैध बताया है और कहा है कि शर्मा की जान को खतरा है।
वकील ने इस गिरफ्तारी को अवैध बताया है। उन्होंने कहा कि वह अदालत में आवेदन दायर कर रहे हैं। हमने अदालत को बताया है कि उन्हें बाहर से गिरफ्तार किया गया था। लोकायुक्त ने अदालत के आदेश का उल्लंघन किया है।
सौरभ शर्मा के वकील ने कोर्ट में नई अपील लगाई है, जिसमें सुरक्षा, वीडियो रिकॉर्ड करने और गलत तरीके से गिरफ्तारी पर लोकायुक्त के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई हैं।
इससे पहले सौरभ शर्मा के वकील ने कहा था कि सौरभ शर्मा को कल 27 तारीख को कोर्ट में इसलिए पेश किया गया क्योंकि लोकायुक्त डायरी नहीं आई थी। इसीलिए अदालत ने उन्हें मंगलवार 28 जनवरी को उपस्थित रहने को कहा।
आपको बता दें, कि आय से अधिक संपत्ति और बेनामी संपत्ति मामले के आरोपी धन कुबेर भोपाल गोल्ड-कैश कांड के आरोपी पूर्व RTO आरक्षक सौरभ शर्मा ने सोमवार 27 जनवरी को भोपाल की जिला अदालत के लोकायुक्त कोर्ट में सरेंडर करने के लिए आवेदन लगाया।
आयकर और लोकायुक्त की छापेमारी के बाद से सौरभ फरार था। 17 दिसंबर को उसके घर पर छापा मारा गया था, जिसमें सौरभ शर्मा के पास से करोड़ों की संपत्ति मिली थी। 41 दिन बाद सौरभ शर्मा ने सरेंडर करने के लिए ये आवेदन दिया । सौरभ शर्मा के साथ ही उनके दोस्त चेतन सिंह गौड़ की कार में भी सोना मिला था।
आपको बता दें, कि सौरभ शर्मा आरटीओ में कांस्टेबल थे, बाद में उन्होंने वीआरएस ले लिया। अपने पिता की मृत्यु के बाद उन्हें अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। इस नियुक्ति पर भी सवाल उठे थे, क्योंकि सौरभ के भाई के भाई पहले से ही सरकारी नौकरी में थे।
सौरभ शर्मा ने अपने वकील के माध्यम से भोपाल जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की। अदालत ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद सौरभ के आत्मसमर्पण की संभावना बढ़ गई। इधर, आयकर विभाग और ईडी ने भी सौरभ शर्मा की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है। अब सौरभ के सरेंडर करने के बाद दोनों एजेंसियां उससे पूछताछ कर सकेंगी।
सौरभ शर्मा के घर पर लोकायुक्त के छापे के एक दिन बाद 17 दिसंबर को आयकर विभाग को भोपाल के पास एक कार मिली। इस कार में 54 किलो सोना पाया गया। यह कार सौरभ शर्मा के मित्र चेतन सिंह गौड़ के नाम पर रजिस्टर्ड है, बताया जा रहा है, कि इसका इस्तेमाल सौरभ शर्मा के ऑफिस के लोग करते थे।