ये किस्सा कुर्सी का है। राजनीति में कुर्सी सबसे अहम मानी जाती है। कुर्सी तो कुर्सी होती है। कुर्सी पाने के लिए नेताओं के बीच धक्का-मुक्की भी होती है, तो कभी-कभी तो मंच पर कुर्सी पर बैठने के लिए गदर मच जाता है।
ताज़ा मामला मध्य प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति और कार्यकारी समिति की गुरुवार को हुई बैठक का है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अनुपस्थित रहे। बैठक से पहले मंच पर नेताओं के नाम वाली कुर्सियां लगाई गईं। मंच पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की कुर्सी भी लगी हुई थी। लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की कुर्सी हटा दी गई। अब इसे लेकर सियासत शुरू हो गई है। इसे लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने जमकर हमला बोला।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी के साथ जो घटना घटी, उसका वीडियो भी सामने आया है, कुर्सी लुढ़कती दिख रही है और फिर एक नेता उसे उठाकर दूसरी जगह ले जाता है। कुर्सी के इस किस्से पर बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने निशाना साधा है।
अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट शेयर कर लिखा- ये होता है कुर्सी का खेल! कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हटवाई नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की कुर्सी ! सिंघार जी... कुछ समझ में आया ? प्रदेश में आप भले ही कांग्रेस को मजबूत करने का प्रयास करें,लेकिन आपके ही लोगो ने आपकी कुर्सी पहले खिसकाई फिर बाहर पटकवा दी। पार्टी में आपका कितना सम्मान है...शायद ये तस्वीर देखकर आपको समझ में आ गया होगा।
उमंग सिंघार जी इस बैठक में ना आकर चाहे कितनी भी नाराजगी जाहिर कर लें, लेकिन जीतू पटवारी को उससे रत्तीभर फर्क नहीं पड़ता। जीतू जी के लिए जैसे पार्टी गई तेल लेने, वैसे ही उमंग सिंघार की कुर्सी भी गई तेल लेने!!
आपको बता दें मध्य प्रदेश कांग्रेस की नवगठित कार्यकारिणी की बैठक भोपाल स्थित प्रदेश मुख्यालय में हुई, इस बैठक में प्रदेश प्रभारी जीतेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कई बड़े नेता हैं लेकिन कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, अजय सिंह, उमंग सिंघार जै से बड़े नेताओं की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी हुई है, मीडिया इसे लेकर सवाल उठा रहा है तो वहीं कांग्रेस इससे बचते नज़र आ रहे हैं।