चीन में HMPV वायरस ने बरपाया कहर, सफाई में 'ड्रैगन' ने कहा- ‘ये सर्दियों में होने वाली बीमारी है’


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स्टोरी हाइलाइट्स

China HMPV Virus: चीन ने देश में बड़े पैमाने पर फ्लू फैलने की खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि इस साल सर्दियों के दौरान सांस की बीमारियों के मामले पिछले साल की तुलना में कम गंभीर हैं..!!

China HMPV Virus: चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप ने वैश्विक स्वास्थ्य चिंताओं को बढ़ा दिया है, जिसमें फ्लू जैसे लक्षण कोविड-19 के समान हैं। दुनिया के विभिन्न देश इस पर नजर रख रहे हैं। देश में बड़े पैमाने पर फ्लू फैलने की खबरों पर ज्यादा ध्यान न देते हुए चीन ने शुक्रवार (3 जनवरी) को कहा कि पिछले साल की तुलना में इस सर्दी में सांस संबंधी बीमारियों के मामले कम गंभीर हैं।

चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेशियों के लिए चीन की यात्रा करना सुरक्षित है। मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने देश में 'इन्फ्लूएंजा ए' और अन्य श्वसन रोगों के प्रसार के बारे में एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, “सर्दियों के मौसम में श्वसन संक्रमण अपने चरम पर होता है।”

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प्रसार और चिंता: चीन में मानव मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के प्रसार ने वैश्विक स्वास्थ्य चिंताओं को बढ़ा दिया है। इसके लक्षण फ्लू जैसे और कोविड-19 के समान हैं, जिससे चिंताएं और बढ़ गई हैं।

सामाजिक प्रतिक्रिया: चीनी अस्पतालों में मास्क पहने लोगों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिससे पांच साल पहले के कोविड प्रकोप की यादें ताजा हो गई हैं। कोविड की तरह, एचएमपीवी के प्रकोप ने संभावित वैश्विक महामारी के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं।

चीन का आधिकारिक बयान: चीन ने ऐसी चिंताओं को दूर करने के लिए एक प्रेस बयान जारी किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि सर्दियों में श्वसन संक्रमण का प्रकोप आम है और चीन की यात्रा करना सुरक्षित है।

भारतीय विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया: भारत के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के अधिकारी डॉ. अतुल गोयल ने लोगों से अपील की है कि वे एचएमपीवी से न घबराएं। उन्होंने कहा कि यह सामान्य सर्दी की तरह एक श्वसन वायरस है, जो बच्चों और बुजुर्गों में फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है।

भारत की स्थिति: डॉ. गोयल ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत में श्वसन संक्रमण की संख्या में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है और कोई बड़ी संख्या में मामले सामने नहीं आए हैं। दिसंबर 2024 के आंकड़े भी सामान्य रहे हैं।

डब्ल्यूएचओ की प्रतिक्रिया: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अभी तक एचएमपीवी प्रकोप पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, न ही चीन या डब्ल्यूएचओ द्वारा आपातकाल की घोषणा की गई है।

वायरस पर नजर: चीन के पड़ोसी देश हालात पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। हांगकांग में भी एचएमपीवी के कुछ मामले सामने आए हैं।

यूएस सीडीसी सूचना: यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के अनुसार, एचएमपीवी एक श्वसन वायरस है जो ऊपरी और निचले श्वसन संक्रमण का कारण बनता है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।

लक्षण: एचएमपीवी के लक्षण फ्लू और अन्य श्वसन संक्रमणों के समान हैं, जिनमें खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में कठिनाई शामिल है।

गंभीरता और जटिलताएँ: एचएमपीवी के गंभीर मामलों में, यह ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी जटिलताओं का कारण बन सकता है, जो कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है।