भोपाल: राजस्व विभाग के अनुसार, 1 जनवरी 2015 से अब तक छिन्दवाड़ा जिले में 84 आदिवासियों की जमीने गैर आदिवासियों को बेचने की अनुमति दी गई। इसी प्रकार, छिन्दवाड़ा एवं पाण्ढुर्ना के जनजातीय समुदाय के पेंनकड़ा (देवस्थान) एवं मोक्षधाम/शमशान की भूमि एवं इसके पहुंच मार्ग,राजस्व रिकार्ड में दर्ज नहीं हैं। छिन्दवाड़ा जिले में 56 हजार 530 हैक्टेयर छोटे झाड़ का जंगल तथा 30 हजार 377 हैक्टेयर पहाड़ चट्टान राजस्व रिकार्ड में दर्ज है।
छिन्दवाड़ा में 84 आदिवासियों की जमीन गैर आदिवासी को बेची गई
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