पांच पंखुड़ियों को मिलाकर विकसित बनेगा भारत, न्यूयॉर्क में PM मोदी ने बताई PUSHP की परिभाषा


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स्टोरी हाइलाइट्स

न्यूयॉर्क के नासाउ कॉलेजियम में बड़ी संख्या में भारतीय प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए मौजूद थे..!!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय अमेरिका दौरे पर हैं। रविवार को वे न्यूयॉर्क में थे जहां पर उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। न्यूयॉर्क के नासाउ कॉलेजियम में बड़ी संख्या में भारतीय प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए मौजूद थे। यहां पर प्रधानमंत्री को अपने राजनीतिक जीवन से लेकर, विकसित भारत और प्रवासियों के बारे में बात करते हुए देखा गया।

अपने इस पूरे संबोधन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क के नसाउ कॉलेजियम पहुंचे जहां पर हजारों लोगों की भीड़ मोदी-मोदी के नारे लगा रही थी। पीएम के स्वागत में यहां अमेरिका का राष्ट्रगान और भारत का राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस दौरान उन्हें विकसित भारत के पुष्प के बारे में बात करते हुए देखा गया।

पीएम ने बताई PUSHP की परिभाषा 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहां, आपको एक शब्द याद रहेगा PUSHP, इसे कमल ही मान लीजिए। मैं पुष्प को परिभाषित करता हूं। P फॉर प्रोग्रेसिव भारत, U फॉर अनस्टॉपेबल भारत, S फॉर स्पिरिचुअल भारत, H फॉर ह्यूमैनिटी को समर्पित भारत और P फॉर प्रोस्परस भारत। बहुत ही सुंदर तरीके से बताए गए पीएम मोदी के इस पुष्प के अर्थ को सुनकर, वहां मौजूद लोगों ने जमकर तालियां बजाई। PUSHP की अपनी परिभाषा के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फूल की इन पांच पंखुड़ियां को इकट्ठा कर विकसित भारत बनाने की बात भारतीयों के सामने रखी।

राजनीतिक जीवन की चर्चा 

इस दौरान भारतीय मूल के लोगों से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरे जीवन का एक बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा रहा जब मैं सालों तक देश में भटकता रहा। जहां खाने को मिला खा लिया और जहां सोने को मिला सो लिया। समंदर, पहाड़, रेगिस्तान इन सब जगह को मैंने अपने जीवन के सफर के दौरान जाना और पहचाना। 

पीएम मोदी ने कहा कि “मैं भारत का पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसका जन्म आजादी के बाद हुआ है। मैं स्वराज के लिए जीवन तो नहीं दे पाया लेकिन इसके लिए जीवन समर्पित जरूर करूंगा।” उन्होंने कहा कि “कभी नहीं सोचा था कि मैं CM बनूंगा। जब बना तो लांगेस्ट सीएम बना दिया और प्रमोशन देकर पीएम बना दिया। तीसरी बार हमारी सरकार में वापसी की और पिछले 60 सालों में भारत में ऐसा नहीं हुआ था। अपने तीसरे टर्म में हम बहुत बड़े लक्ष्य साधने के उद्देश्य से मैदान में हैं। हमें 3 गुना ताकत और तीन गुना गति के साथ आगे बढ़ना है।”

अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रवासी भारतीयों के बारे में बात करते हुए देखा गया। उन्होंने कहा कि “मैं जहां भी जाता हूं लीडर्स के मुंह से भारतीय प्रवासियों की तारीफ सुनता हूं। आप लोग मेरे लिए भारत के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसडर है। यही वजह है कि मैं आप लोगों को राष्ट्रदूत कहता हूं। आप ने अमेरिका और भारत को एक दूसरे से कनेक्ट किया है। अपनी स्किल, टैलेंट और कमिटमेंट से आपने जो किया है इसका कोई मुकाबला नहीं है। 

आप सात समंदर दूर जरूर पहुंच गए हैं लेकिन कोई भी समुद्र इतना गहरा नहीं है, जो दिल की गहराइयों में बसे हिंदुस्तान को आपसे दूर कर सके। हम उस देश के वासी हैं जहां पर सैकड़ों भाषाएं हैं, दुनिया के सारे मत पंथ हैं लेकिन फिर भी हम एक बनाकर और नेक बनाकर आगे बढ़ रहे हैं।” पीएम ने ये भी बताया कि भारत सरकार अमेरिका में प्रवासी भारतीयों के लिए लॉस एंजेलिस और बॉस्टन में दो नए कॉन्सुलेट खोलेगी।