भोपाल: राज्य के वन विभाग के अधीन कार्यरत एमपी लघु वनोपज संघ अब तेंदूपत्ता संग्रहण में सहयोग करने वाले वनाधिकारियों एवं कर्मचारियों को अनियमित रुप से दी गई करीब डेढ़ करोड़ रुपयों की नकद राशि सरकारी कोषालय से वापस लेकर अपने खाते में जमा करेगा। इसके लिये उसने अपनी बैठक में संकल्प पारित किया है।
दरअसल वर्ष 2004 के पूर्व तेंदूपत्ता संग्रहण में संघ द्वारा क्षेत्रीय वनमंडलों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का सहयोग लिया जाता था और बदले में उन्हें मानदेय का नकद भुगतान किया जाता था। चूंकि उस समय यह मानदेय नकद में दिया जाता था, इसलिये कई वनकर्मियों ने मनमाने ढंग से यह राशि ले ली थी जोकि निर्धारित राशि से ज्यादा थी। जब ये वनकर्मी रिटायर हुये तो उनसे रिकवरी निकाली गई जो उन्होंने सरकारी कोषालय में जमा कर दी जिस पर उन्हें पेंशन हेतु एनओसी मिली। चूंकि यह राशि एमपी लघु वनोपज संघ की थी, इसलिये अब वह इसे कोषालय से वापस लेगा।