भोपाल: भारत सरकार ने अपने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु सुधार कार्यक्रम में मप्र के जबलपुर एवं छह अन्य शहरों भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, ग्वालियर एवं देवास को शामिल किया है। जबकि प्रदेश के सिंगरौली, मंडीदीप एवं पीथमपुर जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स निर्धारित मानक सीमा से अधिक है, में वायु गुणवत्ता में सुधार हेतु राज्य स्तर पर वृह्त कार्ययोजना बनाई जायेगी जिसे पर्यावरण एवं नगरीय प्रशासन विभाग पांच अन्य विभागों यथा परिवहन, खाद्य, लोनिवि, कृषि एवं औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन विभाग के माध्यम से तैयार करेगा। इसके निर्देश मुख्य सचिव अनुराग जैन ने दिये हैं, क्योंकि यह मामला एनजीटी में भी चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र के राष्ट्रीय स्वच्छ वायु सुधार कार्यक्रम के तहत ये कार्य किये जा रहे हैं : वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली की स्थापना, उत्सर्जन नियंत्रण उपायों को लागू करना, जन जागरूकता और भागीदारी को बढ़ावा देना, प्रवर्तन तंत्र को मजबूत करना, राष्ट्रीय-राज्य-शहर के स्तर पर प्रयासों का समन्वय करना, वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए बीएस-4 से बीएस-5 ईंधन मानकों में बदलाव, पेट्रोल और डीजल में एलपीजी, सीएनजी और इथेनॉल जैसे स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना, इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत और सडक़ सुधार। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने 2026 तक शहरों में पार्टिकुलेट मैटर की सघनता में 40 प्रतिशत की कमी का नया लक्ष्य रखा है।