Jhansi Medical College Fire: झाँसी मेडीकल कॉलेज में आग लगने की वजह का खुलासा.. जिंदा जले दस नवजात, 39 को सुरक्षित बचाया


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Jhansi Medical College Fire: झाँसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में भीषण आगजनी की घटना सामने आई है। आगजनी की इस मार्मिक घटना में कई नवजात शिशु झुलस गए जिसके चलते 10 मासूमों को अपनी जान गंवानी पड़ी। 

जी हां ये खबर थोड़ी सी विचलित ज़रूर कर सकती है, लेकिन वाकई में ऐसा हुआ है, जिसने सभी को सकते में डाल दिया है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर घटना के कुछ ऐसे वीडियो भी वायरल हैं, जिनमें लोगो जले हुए बच्चों को हाथ में लेकर भाग रहे हैं। 

दरअसल झाँसी मेडीकल कॉलेज में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग से लगी आग ने एनआईसीयू को अपनी चपेट में ले लिया। सीएम योगी ने मृतक नवजात शिशुओं के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है। इसके अलावा तीन कमेटियां गठित कर पूरे मामले की जांच की जा रही है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायज़ा लिया।

मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में शुक्रवार की रात लगी भीषण आग से कई परिवार काफी आहत हुए। हादसे में परिवार के 10 नवजात बच्चों की जलने से मौत हो गई, जबकि 39 नवजात बच्चों को इस हादसे में सुरक्षित बचा लिया गया।

हादसे में जिन मॉओं ने अपने बच्चे खोए हैं, उनका रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के लोग दुखी हैं और घटना को लेकर सरकार से सवाल पूछ रहे हैं।

घटना को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम ने कहा कि हर हाल में घटना के कारणों को तथ्यात्मक रूप से सामने लाया जायेगा। घटना क्यों और किन कारणों से और किसकी लापरवाही से हुई इसका पता भी लगाया जा रहा है। सारी बातों का खुलासा होगा। सरकार मृत और घायल बच्चों के परिवारों के साथ खड़ी है। सभी घायलों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।

ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य भी उनके साथ आये हैं। घटना के हर पहलू की जांच की जाएगी। मामले में घटना के हर कारण को स्पष्ट किया जाएगा। यदि लापरवाही हुई और दुर्घटना हुई तो सभी कारण सामने लाये जायेंगे। उन्होंने पैरा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों, कर्मचारियों और कर्मचारियों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि आग में घिरे बच्चों को सुरक्षित निकालने के लिए सभी ने कड़ी मेहनत की।

सबसे पहले जांच शासन स्तर पर स्वास्थ्य विभाग करेगा। जिसमें फायर ब्रिगेड के अधिकारी भी शामिल होंगे. दूसरी जांच जिला स्तरीय प्रशासन द्वारा करायी जायेगी। तीसरी मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने डीआइजी और कमिश्नर से 12 घंटे के अंदर पूरी घटना की अलग-अलग प्रारंभिक जांच रिपोर्ट देने का आदेश दिया है, ताकि आगे कदम उठाया जा सके।

डिप्टी सीएम ने कहा कि घटना की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है। उनकी रिपोर्ट 24 घंटे में आ जाएगी। उसके बाद मजिस्ट्रेटी रिपोर्ट आएगी। रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

साथ ही ये बात भी सामने आई है, कि झांसी के सरकारी मेडिकल कालेज SNCU में जब पूरे वार्ड में आग फैल गई। वार्ड ब्वॉय ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र (फायर एक्सट्विंगशर) चलाया। मगर वह 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था, इसलिए काम नहीं किया।