कृषि कानूनों पर बयान को लेकर कंगना का यू टर्न, बीजेपी ने किया किनारा तो मांगी माफी


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कृषि कानूनों पर कंगना रनौत: बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत के 'कृषि कानूनों को वापस लाने' वाले बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया है। कंगना के बयान को लेकर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि मैं साफ कर देना चाहता हूं कि ये बयान उनका निजी बयान है।

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ''कंगना राणावत बीजेपी की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं और यह कृषि बिल पर बीजेपी के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करता है। हम इस बयान की निंदा करते हैं।''
बयान सामने आने के बाद हिमाचल प्रदेश से बीजेपी सांसद कंगना रनौत 3 कृषि कानूनों (farmers law) को दोबारा लागू करने को लेकर दिए गए अपने बयान से पीछे हट गई हैं। उन्होंने कहा कि यदि मैंने अपने बयान से किसी को डिसअपॉइंट किया हो तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। कृषि कानूनों पर बीजेपी के साथ खड़ी हूं। कंगना ने एक्स पर वीडियो जारी कर कहा – बीते कुछ दिनों में मीडिया ने मुझसे फार्मर्स लॉ (कृषि कानून) पर कुछ सवाल किए। मैंने यह सुझाव दिया कि किसानों को फार्मर्स लॉ लाने का प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहिए। 

मेरी इस बात से बहुत सारे लोग निराश हैं, और डिसअपॉइंटेड हैं। जब फार्मर्स लॉ प्रपोज (प्रस्तावित) हुए थे तो काफी सारे लोगों ने इनका समर्थन किया था। लेकिन, बड़ी ही संवेदनशीलता से और सहानुभूति से हमारे प्रधानमंत्री जी ने वे लॉ वापस ले लिए थे। और हम सब कार्यकर्ताओं का कर्तव्य बनता है कि हम उनके शब्दों की गरिमा रखें। मुझे भी यह बात अब ध्यान में रखनी होगी कि मैं अब केवल एक कलाकार नहीं, भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता भी हूं। और मेरे ओपिनियन (राय) मेरे नहीं होने चाहिए। वह पार्टी का स्टैंड होना चाहिए। तो अगर मैंने अपने शब्दों से और अपनी सोच से किसी को डिसअपॉइंट किया हो तो मुझे खेद रहेगा। आई टेक माय वर्ड्स बैक कृषि कानून पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं और इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है, धन्यवाद। 

इस बीच, कांग्रेस ने मंगलवार को कृषि कानूनों पर भाजपा सांसद की टिप्पणी का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल 2021 में तीन निरस्त कानूनों को वापस लाने की कोशिश कर रहा है और हरियाणा इसका उचित जवाब देगा।

कांग्रेस ने ट्विटर पर रनौत का एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह हिंदी में कह रही हैं, "जो कृषि कानून निरस्त कर दिए गए हैं, उन्हें वापस लाया जाना चाहिए।" मुझे लगता है कि यह विवादास्पद हो सकता है। किसानों के हित में कानून वापस होना चाहिए। किसानों को स्वयं इसकी मांग करनी चाहिए, ताकि उनकी समृद्धि में कोई बाधा न आये।

कांग्रेस ने वीडियो के साथ एक पोस्ट में कहा, "किसानों पर थोपे गए तीन काले कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए: बीजेपी सांसद कंगना रनौत यह कहती हैं।" देश के 750 से ज्यादा किसान शहीद हो गए, तब जाकर मोदी सरकार जागी और इस काले कानून को वापस लिया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अब बीजेपी सांसद इन कानूनों को वापस लाने की योजना बना रहे हैं।

विपक्षी पार्टी ने ट्विटर पर कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ है। नरेंद्र मोदी और उनके सांसद चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, ये काले कानून कभी वापस नहीं होंगे।'' कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने हरियाणा में विधानसभा चुनाव का परोक्ष संदर्भ देते हुए कहा, ''हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे। हरियाणा माकूल जवाब देगा।