Mahakal Temple Holika Dahan 2025: महाकाल के दरबार में होगा पहले होलिका दहन, ये रहेगा समय


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स्टोरी हाइलाइट्स

परंपरा के अनुसार हर साल पहला होलिका दहन उज्जैन में महाकाल के दरबार में किया जाता है, इस बार भी होलिका दहन सबसे पहले यहीं होगा, यहां यह त्यौहार बिना किसी शुभ मुहूर्त के मनाया जाता है..!!

Mahakal Temple Holika Dahan 2025: द्वादश ज्योतिर्लिंगों में तीसरे स्थान पर विराजमान भगवान महाकाल के दरबार में सबसे पहले होलिका दहन होगा। शाम की आरती के दौरान होलिका दहन किया जाएगा। इसके बाद देशभर में होलिका दहन होगा। होली का त्यौहार भी सबसे पहले महाकाल के दरबार में मनाया जाएगा।

महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी ने बताया कि भगवान महाकाल को ब्रह्मांड का राजा माना जाता है, इसलिए इस उत्सव की शुरुआत राजा के दरबार से होती है। उन्होंने बताया कि गुरुवार शाम को आरती के समय महाकालेश्वर मंदिर परिसर में होलिका दहन होगा। महाकालेश्वर मंदिर के पंडित और पुजारी सबसे पहले होलिका आरती करेंगे। इसके बाद होलिका दहन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में यह उत्सव सबसे पहले महाकाल के दरबार से शुरू होता है। यहां यह त्यौहार बिना किसी शुभ मुहूर्त के मनाया जाता है। इसके बाद पूरे देश में यह उत्सव शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि होलिका दहन भी सबसे पहले महाकाल के दरबार में होगा। इसके बाद सभी स्थानों पर होलिका दहन किया जाएगा।

महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी ने बताया कि भगवान महाकाल के दरबार में आरती के दौरान गुलाल चढ़ाने की परंपरा है। इसके बाद भक्त और भगवान के बीच होली का त्यौहार मनाया जाता है। इस बार होली को लेकर महाकाल मंदिर की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। भगवान महाकाल के दरबार में हर्बल गुलाल और फूलों से होली का उत्सव मनाया जाएगा। देश भर से भक्त भगवान महाकाल के साथ होली का त्यौहार मनाने के लिए उज्जैन आते हैं।

महाकालेश्वर मंदिर समिति प्रशासक ने बताया कि होली पर्व को लेकर गाइडलाइन तैयार कर ली गई है। महाकालेश्वर मंदिर में पहले भी आगजनी की घटना हुई थी, जिसके बाद सभी त्योहारों के लिए अलग-अलग गाइडलाइन बनाई गई हैं। श्रद्धालुओं को इन दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। पहले आरती के दौरान गुलाब और रंगों का खूब इस्तेमाल होता था। इस बार होली प्रतीकात्मक रूप से खेली जाएगी।