MP cabinet meeting: मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में बुधवार 4 दिसंबर की सुबह 11 बजे से मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक हुई। जिसमें जनता से जुड़े अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक में राज्य के विकास और विभागीय कामकाज से जुड़े कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा के बाद कुछ प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। आपको बता दें कि इस बैठक में मध्य प्रदेश में निवेश के लिए जर्मनी और लंदन से मिले 78 हजार करोड़ रुपये के प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई।
इसके साथ ही उद्योग विभाग से जुड़ी छूट और विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने वाले विधेयकों पर भी मंत्रियों से चर्चा की गई। जानें कैबिनेट बैठक में पारित प्रस्तावों के बारे में।
उज्जैन सिंहस्थ से पहले इंदौर-उज्जैन के बीच करोड़ों रुपए की लागत से फोरलेन और टू-लेन का निर्माण कराया जाएगा। इससे उद्योगों को फायदा होगा और रोजगार भी मिलेगा।
मोहन कैबिनेट बैठक के फैसले..
लोक कल्याण दिवस
11 से 26 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में लोक कल्याण दिवस के रूप में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
रोजगार और उद्योग का वर्ष (2025)
वर्ष 2025 को रोजगार एवं उद्योग वर्ष के रूप में मनाया जायेगा। जिसमें एमएसएमई, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कुटीर एवं ग्रामोद्योग, खनन, नवीकरणीय ऊर्जा, उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण जैसे विभागों की गतिविधियां संचालित होंगी। विभागों को क्षेत्रीय निवेश आकर्षित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रीजनल इन्वेस्टर समिट
7 दिसम्बर को नर्मदापुरम में रीजनल इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जायेगा।
कृषि उपज
धान और सोयाबीन की खरीदी जारी रहेगी। सभी मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में इसकी समीक्षा करेंगे।
गीता जयंती
8 से 11 दिसंबर तक उज्जैन में और 11 दिसंबर को भोपाल और अन्य जिलों में गीता जयंती भव्य रूप से मनाई जाएगी।
तानसेन समारोह
वार्षिक तानसेन महोत्सव 15 से 19 दिसंबर तक ग्वालियर में आयोजित किया जाएगा।
थर्मल पावर प्लांट
भारत सरकार ने 41,000 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट के लिए कोयले की मंजूरी दे दी है। 25,000 करोड़ का निवेश होगा और हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
नदी जोड़ो अभियान
पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदियों को जोड़ने के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच ₹75,000 करोड़ के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इससे 11 जिलों के 2,094 गांवों की 6 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई और पेयजल सुविधा सुनिश्चित होगी।
इंदौर-उज्जैन फोरलेन एवं टूलेन रोड परियोजना
सिंहस्थ से पहले इंदौर से उज्जैन के बीच करोड़ों रुपए की लागत से फोरलेन और टू-लेन सड़कें बनाई जाएंगी। उज्जैन के देपालपुर से हिंगोरिया तक 32 किमी लंबी सड़क बनाई जाएगी, जिससे उद्योग और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।