MP Budget 2025: कांग्रेस विधायकों ने किया सदन से वॉक आउट, बजट का विरोध कर रहे, कांग्रेस विधायक


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स्टोरी हाइलाइट्स

MP Budget 2025: कांग्रेस विधायकों ने सदन से किया वॉकआउट, जानिए इस फैसले की वजह..!!

MP Budget 2025: प्रदेश के हर व्यक्ति पर ₹55, मध्य प्रदेश कांग्रेस लगातार विधानसभा बजट सत्र का विरोध कर रही है। कांग्रेस विधायकों ने बजट का विरोध करते हुए सदन से वॉकआउट किया। कांग्रेस विधायकों का कहना है कि सरकार 55000 करोड़ से ज्यादा का कर्ज थोप रही है। 

विधानसभा सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस विधायक दल के साथ प्रदेश सरकार द्वारा लगातार कर्ज लेने के कारण आम जनता पर पड़ने वाले बोझ के विरोध में 'कर्ज की पोटली और जंजीरों को पहनकर' विधानसभा परिसर में सांकेतिक प्रदर्शन किया। 

विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि प्रदेश सरकार की लापरवाही और कर्ज लेने की आदत ने आम जनता को कर्ज की जंजीरों में जकड़ दिया है! हर व्यक्ति पर ₹55, हर व्यक्ति पर ₹55,000 से ज्यादा का कर्ज थोप दिया गया है, और सरकार बेशर्मी से कर्ज लेकर घी पी रही है। आम आदमी का हाल बेहाल है, वो कर्ज के बोझ तले दबकर रह गया है, लेकिन सरकार को कोई परवाह नहीं। ये सरकार नहीं, जनता को लूटने वाली सत्ता है! अब समय आ गया है कि इस कर्ज की मार से जनता को बचाया जाए।  

कर्ज के बजट से किसी घर का विकास नहीं होता 

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- कर्ज के बजट से किसी घर का विकास नहीं होता। आप कर्ज लो तो ब्याज भरना पड़ता है। सरकार जनता पर कर्ज लादे जा रही है। प्रति व्यक्ति 50 हजार से ज्यादा कर्ज हो गया है। सरकार बताए कि प्रदेश आत्मनिर्भर कब होगा? 

उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण से स्पष्ट है कि इनके पास कुछ नया नहीं है। मुख्यमंत्री बताएं कि उन्होंने बजट कहां से बढ़ाया...आय से बढ़ाया कि कर्ज से बढ़ाया?  गेहूं का गट्‌ठा लेकर टिमरनी विधायक, मार्शल से बहस वहीं टिमरनी से कांग्रेस विधायक अभिजीत शाह कंधे पर गेहूं की फसल का गट्‌ठा लेकर विधानसभा पहुंचे। 

उन्होंने कहा- चुनावों में घोषणा की गई थी कि गेहूं का समर्थन मूल्य 2700 रुपए करेंगे। ये नहीं दे रहे हैं। किसान खाद और डीएपी के लिए परेशान हो रहा है। शाह गट्‌ठा लेकर सदन के भीतर जाना चाह रहे थे। इसे लेकर उनकी मार्शल से बहस हो गई। इससे पहले मंगलवार 11 मार्च को भी कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया।

मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन किया। इस मुद्दे पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंह ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मुख्य सचिव स्तर का कोई अधिकारी सदन में मौजूद नहीं है। इससे उनकी गंभीरता को समझा जा सकता है। 

उन्होंने कहा कि हमने सभापति से पूछा था कि जब राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान पूरे राज्य के मुद्दों पर चर्चा हो रही थी तो अधिकारी अनुपस्थित क्यों थे। इस अवसर पर प्रत्येक विभाग के मुख्य सचिव उपस्थित रहें।  'भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है' 

उमंग सिंघार ने आगे कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या कर रही है। उन्होंने कहा कि अधिकारी खुद को बचाने के लिए मंत्रियों के माध्यम से झूठे जवाब देते हैं। सरकार को भी अपनी जिम्मेदारी तय करनी होगी। अधिकारियों को सभी विधायकों के प्रति जवाबदेह होना होगा। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब राज्य की महत्वपूर्ण नीतियों, योजनाओं और विकास कार्यों पर चर्चा हो रही हो तो विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की अनुपस्थिति यह दर्शाती है कि सरकार और अधिकारियों के बीच समन्वय का अभाव है।