होली-जुमा विवाद के मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग का बड़ा बयान सामने आया है ।मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि बहुजातीय समुदाय को भड़काने का प्रयास नहीं होना चाहिए। होली का त्यौहार हमारी संस्कृति से जुड़ा त्यौहार है, जिसे हर धर्म और हर समाज के लोग मनाते हैं।
रंगों का त्योहार होली और रमजान शुक्रवार को एक साथ आ रहे हैं। होली शुक्रवार 14 मार्च को मनाई जाएगी, जिस दिन जुमे की नमाज भी अदा की जाएगी। ऐसे में त्योहार के आगमन के साथ ही नेताओं की ओर से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इस बीच मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार में मंत्री विश्वास सारंग का भी बयान आया है।
मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा, “बहुसंख्यक समुदाय को परेशान करने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। होली हमारी संस्कृति से जुड़ा पवित्र त्यौहार है, जिसे हर धर्म और हर समुदाय के लोग मनाते हैं। यह किसी एक धर्म या समाज तक सीमित नहीं है। यह हमारे देश की परंपरा है। अगर किसी को रंगों से दिक्कत है, तो उस समय बाहर न निकलें। कोई आपको होली खेलने के लिए नहीं बुला रहा है, लेकिन अगर कोई होली खेल रहा है, तो उसके रंगों में भंग न डालें।... सभी को उत्साह के साथ होली खेलनी चाहिए।”
इस पूरे विवाद के बीच रतलाम शहर के काजी मौलवी सैयद अहमद अली का एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें वे मुसलमानों से अपील कर रहे हैं कि अगर कोई आप पर रंग फेंके तो आप गुस्सा न हों बल्कि मुस्कुराते हुए आगे बढ़ जाएं।
पत्र में काजी मौलवी सैयद अहमद अली ने लिखा है, "मुस्लिम जनता से विशेष अपील है कि अगर कोई हिंदू भाई गलती से आपको रंग दे तो बुरा न मानते हुए मुस्कुराते हुए और अखलाक-ए-हसन का प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ जाना चाहिए। और अगर कोई जानबूझकर आपको रंग दे भी तो आपको पैगम्बर मोहम्मद का एक मशहूर वाकया याद रखना चाहिए जब वो मदीना की गलियों से गुजर रहे थे तो एक बूढ़ी औरत उन पर गंदा कूड़ा फेंकती थी। जब पैगम्बर मोहम्मद का ईमान गंदे कूड़े से दूषित नहीं हुआ और उन्हें बुरा नहीं लगा तो उनके अनुयायी के तौर पर आपको धैर्य रखना चाहिए और आगे बढ़ जाना चाहिए।"