MP News: भारतीय सेना की स्पेशल ट्रेन के नीचे लगाया गया विस्फोटक डेटोनेटर? रेलवे गनमैन गिरफ्तार


Image Credit : X

स्टोरी हाइलाइट्स

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में भारतीय सेना की स्पेशल ट्रेन के नीचे विस्फोटक डेटोनेटर लगाने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है..!!

MP News: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में आर्मी स्पेशल ट्रेन को उड़ाने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड साबिर और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस पूछताछ में आरोपी साबिर ने बताया कि उसने शराब के नशे में ट्रैक पर डेटोनेटर रख दिया था। रेलवे के एक प्रत्यक्षदर्शी ने घटना स्थल पर साबिर की बाइक देखी थी। तीन दिन पहले बुरहानपुर में आर्मी स्पेशल ट्रेन के इंजन से डेटोनेटर टकराने से ब्लास्ट हो गया था। इस घटना की देशभर में चर्चा हुई थी।

Image

घटना के बाद आरपीएफ और पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी साबिर (38 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

डॉग स्क्वायड ने की पहचान

आरपीएफ भुसाबल के डॉग स्क्वायड ने घटनास्थल की जांच कर आरोपी साबिर की पहचान की। आपको बता दें कि इस मामले की जांच एनआईए, एमपी एटीएस और आरपीएफ कर रही है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने कोहरा हटाने के लिए डेटोनेटर का इस्तेमाल किया था।

Image

पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी साबिर गैंग नंबर 14 सागफाटा का है, वह उस दिन ड्यूटी से अनुपस्थित था और घटना वाले दिन भी ड्यूटी पर उपलब्ध नहीं था। इस से पुलिस का शक और गहरा हो गया। बताया जा रहा है कि आरोपी साबिर ड्यूटी लगाए जाने से परेशान था। साबिर सागफाटा रेलवे स्टेशन पर तैनात है और पास के डोंगरगांव में सरकारी रेलवे आवास में रहता है। रेलवे सुरक्षा पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया और 25 सितंबर तक रिमांड पर लिया।

रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने पहले कहा था कि रेलवे ट्रैक पर पटाखों की तरह फूटने वाला उपकरण एक सिग्नल डेटोनेटर है जिसका उपयोग रेलवे में आपातकालीन स्थितियों में किया जाता है। सागफाटा रेलवे स्टेशन पर बिना किसी कारण के यह सिग्नल डेटोनेटर कैसे फट गया, आरपीएफ पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

इसी जांच के दौरान पुलिस ने साबिर को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों का कहना है कि साबिर जुआ खेलने और शराब पीने का आदी है। आरपीएफ पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। इस मामले में स्थानीय पुलिस अधिकारी फिलहाल कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।