भोपाल: राज्य सरकार ने प्रदेश के 23 वन्यजीव क्षेत्रों के ईको सेंसेटिव जोन (ईएसजेड) की निगरानी के लिये संबंधित संभागों के आयुक्तों की अध्यक्षता में समितियां गठित कर दी हैं। ये समितियां अब ईएसजेड में प्रतिबंधित गतिविधियों पर निगरानी रखेंगी, कोर्ट में परिवाद पेश करेंगी तथा स्वीकृत गतिविधियों की समीक्षा कर उनकी मंजूरी के लिये केंद्र को प्रस्ताव भेजेंगी।
इनमें बनी समितियां :
पेंच टाईगर रिजर्व सिवनी एवं छिन्दवाड़ा के 27 किमी ईएसजेड हेतु, डायनासौर पार्क धार के 250 मीटर ईएसजेड हेतु, राताापनी एवं सिंघोरी वन्यजीव अभयारण्य रायसेन के 1 किमी ईएसजेड हेतु, सतपुड़ा टाईगर रिजर्व के 2 किमी ईएसजेड हेतु, सोन घडिय़ाल वन्यजीव अभयारण्य सीधी, सिंगरौली, सतना व शहडोल के 1 किमी ईएसजेड हेतु, गांधीसागर अभयारण्य मंदसौर व नीमच के 3 किमी ईएसजेड हेतु, घाटीगांव हुकना अभयारण्य के 100 मीटर से 2 किमी ईएसजेड हेतु, बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व उमरिया, शहडोल व कटनी के 2 किमी ईएसजेड हेतु, घुघुआं जीवाश्म पार्क डिण्डौरी के 250 मीटर ईएसजेड हेतु, संजय डुबरी टाईगर रिजर्व मप्र के सीधी, सिंगरौली, शहडोल व छत्तीसगढ़ के महेन्द्रगढ़ के 2 किमी ईएसजेड हेतु, कान्हा टाईगर रिजर्व मंडला व बालाघाट के 30 किमी ईएसजेड हेतु, करैरा अभयारण्य शिवपुरी के 500 मीटर से 2 किमी ईएसजेड हेतु, केन घडिय़ाल अभयारण्य पन्ना, छतरपुर के 200 मीटर ईएसजेड हेतु, माधव नेशनल पार्क शिवपुरी के 100 मीटर से 2 किमी ईएसजेड हेतु, बगदरा अभयारण्य सिंगरौली के 1 किती ईएसजेड हेतु, खेवनी अभयारण्य देवास के 2 किमी ईएसजेड हेतु।
वन विहार नेशनल पार्क भोपाल के 100 मीटर ईएसजेड हेतु, सैलाना अभयारण्य रतलाम के 100 मीटर से 2 किमी ईएसजेड हेतु, वीरांगना रानी दुर्गावती अभयारण्य दमोह के 2 किमी ईएसजेड हेतु, खरमौर सरदारपुर अभयारण्य धार के 250 मीटर ईएसजेड हेतु, नरसिंहगढ़ वन्यजीव अभयारण्य राजगढ़ के 100 मीटर से 2 किमी ईएसजेड हेतु, राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य मुरैना, भिण्ड व श्योपुर के 2 किमी ईएसजेड हेतु, नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य सागर, दमोह व नरसिंहपुर के 1 किमी ईएसजेड हेतु, तथा ओरछा वन्यजीव अभयारण्य टीकमगढ़ के 100 मीटर से 2 किमी ईएसजेड हेतु निगरानी समितियां गठित की गई हैं।