प्याज ने रुलाया, टमाटर हुआ लालम लाल, आसमान छू रहे सब्जियों के दाम


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स्टोरी हाइलाइट्स

महंगाई के दौर में सब्जियों के साथ मुफ्त में मिलने वाले हरे धनिये की कीमत भी कई गुना बढ़ गयी है..!!

चिलचिलाती गर्मी और बढ़ते तापमान के बीच भले ही प्री-मानसून बारिश से मौसमी राहत मिली हो, लेकिन सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं।

सब्जियों के दाम में इजाफा क्यों हुआ ? 

चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं की वजह से खेतों में लगी सब्जी की फसल को काफी नुकसान हुआ है। मौसम की मार के चलते वह सूख गई हैं और इसी वजह से अचानक ही सब्जियों के दाम में भारी इजाफा हुआ है।

सब्जियों की आसमान छूती कीमतों से आम आदमी की रसोई महंगाई की मार झेल रही है। एक तरफ टमाटर लाल हो गए हैं तो दूसरी तरफ प्याज़ भी लोगों को रुला रहा है। मौसम की वजह से ताजी सब्जियों की आमद भी कम हो रही है।

इतना ही नहीं महंगाई के दौर में सब्जियों के साथ मुफ्त में मिलने वाले हरे धनिये की कीमत भी कई गुना बढ़ गयी है। जिसके कारण अब सब्जियों में इसकी जायका मिलना भी मुश्किल हो गया है।

भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान के बीच प्री-मानसून बारिश से भले ही मौसमी राहत मिली हो, लेकिन सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं। जिसमें डेढ़ से दो गुना तक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।

इतना ही नहीं, मौसम की वजह से ताजी सब्जियों की आमद भी कम हो रही है। हर सब्जी में स्वाद बढ़ाने वाली धनिए की बात करें तो इसकी कीमत एक महीने में 50 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 160 रुपये तक पहुंच गई है। इसी तरह सब्जियों का राजा कहे जाने वाले आलू की कीमत भी 20 रुपये से बढ़कर 30 रुपये प्रति किलो हो गई है।

इसके अलावा प्याज 50 से 60, टमाटर 60 से 80, अदरक 160 से 200, खीरा 20 से 40, हरी मिर्च 40 से 60, पत्तागोभी 40 से 60, लहसुन 180 से 200, दालें 60 से 120 रुपए प्रति किलो पर मिल रहे हैं।

हालांकि, इस बीच नींबू की कीमतों में गिरावट जरूर आई है। मासिक आंकड़ों पर नजर डालें तो नींबू की कीमत 160 रुपये प्रति किलो से घटकर 120 रुपये प्रति किलो पर आ गई है।

वहीं महंगाई का असर सब्जियों की बिक्री पर भी पड़ा है। पहले सब्जियों के दाम कम होने के बावजूद अच्छी आमदनी हो जाती थी, लेकिन अब खरीदारों में भी कमी देखी जा रही है। जिससे दुकानदारों को दुकान का खर्च निकालना भी मुश्किल होता दिख रहा है। 

सब्जियों की बढ़ती क़ीमत के चलते ये कहना कोई बड़ी बात नहीं है, कि आम आदमी की थाली से सब्जियां गायब होना लगभग तय सा है।