नवरात्र शुरू हो गए हैं। त्यौहार के चलते ग्राहक फलाहार और पूजन सामग्री खरीदने के लिए बाजारों का रुख कर रहे है। बाज़ार में सबसे ज्यादा फलाहारी वस्तुओं में मांग देखी जा रही है।
वहीं दक्षिण भारत के राज्यों में हुई तेज बारिश के असर ने मेवों की फसल को प्रभावित किया है, नतीजतन गत वर्ष की तुलना में कुछ सूखे मेवों के भाव में 10 से 15 फीसदी तक की तेजी आ गई है। त्योहार के लिए नारियल, शक्कर, काजू, खाद्य तेल, इलायची सहित अन्य वस्तुओं में तेजी का रुख देखा जा रहा है। हालांकि फलीदाना के भाव पिछले साल से कम हैं।
कारोबारियों का कहना है कि किराना बाजार में इस समय फलाहारी सामान की मांग तेज बनी हुई है। नवरात्र पर पूजन सामग्री के साथ ही साबूदाना, मूंगफली दाना, सेंधा नमक, सिंगाड़ा आटा, तेल, घी, राजगीरा, शक्कर जैसे सामान की मांग ज्यादा बनी हुई है। खाद्य तेलों में भी रिकॉर्ड तेजी देखी जा रही है।
इसी प्रकार नारियल पिछले साल 14/15 रुपए में थोक मंडी में बिक रहा था, इस बार इसके भाव 22 से 25 रुपए तक पहुंच गए हैं। थोक किराना कारोबारी का कहना है कि दक्षिण भारत से ही सूखे मेवों की आवक ज्यादा होती है।
कई राज्यों में भारी बारिश ने मेवों की आवक और क्वालिटी पर असर डाला है। तेल-शक्कर व्यापारियों का कहना है, कि किराना में कुछ वस्तुओं के दाम काफी ऊपर चले गए है। इसका कारण मांग और आपूर्ति में अंतर है। जिससे उपवास रखने वाले श्रद्धालुओं के बजट में भी अंतर आएगा।
ऐसा है दामः
नारियल 15/16 (प्रतिनग ) 20/25 रुपए (प्रति नग ), साबूदाना 50/75---60/90 रुपए किलो, खोपरा गोला 200/210---260/280 रुपए किलो, मूंगफली दाना 130/140----100 /120 रुपए किलो, सिगाड़ा आटा 110/120---120/130 रुपए किलो, राजगीरा 140/150----140/150 रुपए किलो, मोरधन 90/110-----100/130 रुपए किलो, शकर 36/38------40/41 रुपए किलो, किशमिश 200/350 रुपए किलो, बादाम 550/800 रुपए किलो, अखरोट 400/600 रुपए किलो तक पहुंच गया है।